
पश्चिम बंगाल के सागरदिघी उपचुनाव में टीएमसी को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस ने ये सीट उससे छीन ली है. पार्टी के बायरन बिश्वास ने टीएमसी उम्मीदवार देवाशीष बंद्योपाध्याय को 22,980 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया है. एक दशक बाद कांग्रेस ने ममता की पार्टी से ये सीट जीती है. राज्य में कुछ समय में पंचायत चुनाव भी होने जा रहे हैं, ऐसे में कांग्रेस के लिए ये बड़ा बूस्टर है. अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हार पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक तरफ इस हार को स्वीकार किया है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पर बीजेपी के साथ अनैतिक गठबंधन का आरोप लगा दिया है.
जारी बयान में ममता बनर्जी ने कहा कि हम जानते हैं कि हमने ये उपचुनाव गंवा दिया है. मैं किसी को भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं मानती हूं. लेकिन एक अनैतिक गठबंधन तो हुआ है. हम इसकी निंदा करते हैं. अगर बीजेपी का वोट शेयर देखें, तो पता चलता है कि उन्होंने अपना वोट कांग्रेस को ट्रांसफर कर दिया है. एक तरफ कांग्रेस-लेफ्ट का गठबंधन तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी का वोट ट्रांसफर. मजे की बात तो ये है कि सबकुछ चुपचाप किया जा रहा है. अधीर चौधरी तो कह चुके हैं कि लेफ्ट-कांग्रेस बीजेपी साथ काम कर रहे हैं. अच्छी बात है कि उन्होंने स्वीकार कर लिया. अगर इस प्रकार के गठबंधन किए जाएंगे, तो कांग्रेस कैसे बीजेपी से लड़ाई लड़ेगी. लेफ्ट कैसे बीजेपी का मुकाबला करेगी. अगर सभी ममता के खिलाफ लड़ेंगे तो बीजेपी से मुकाबला कौन करेगा.
जानकारी के लिए बता दें कि 2021 के बंगाल विधानसभा में कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी. उसने लेफ्ट के साथ गठबंधन किया था. इस बार उपचुनाव के लिए दोनों पार्टियों के बीच कोई गठबंधन तो नहीं हुआ, लेकिन CPIM ने अपना कोई उम्मीदवार ना उतारकर कांग्रेस को खुला मैदान दिया. उसी वजह से इतने सालों बाद कांग्रेस ने बंगाल में अपना खाता खोला और सागरदिघी सीट जीत ली.