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संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू, सरकार का क्या एजेंडा, कौन से बिल होंगे पेश?

बुधवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है. इस सत्र में सरकार कुल 16 बिल पेश करने की तैयारी कर रही है. इसमें भी बहुराज्य सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, व्यापार चिन्ह संशोधन विधेयक, 2022 को काफी अहम माना जा रहा है. विपक्ष भी कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है.

कल से शुरू हो रहा शीतकालीन सत्र (फाइल) कल से शुरू हो रहा शीतकालीन सत्र (फाइल)
पॉलोमी साहा
  • नई दिल्ली,
  • 06 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:53 PM IST

भारत की संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होने जा रहा है. सरकार इस मौके पर कई अहम बिल पेश करने वाली है. विपक्ष की तरफ से एक लंबी सूची तैयार कर ली गई है. साफ दिख रहा है कि कई मुद्दों पर चर्चा की तैयारी है. अभी के लिए कांग्रेस कह रही है कि वो सदन को बाधित नहीं करेगी और चर्चा पर जोर रहेगा, वहीं सरकार भी स्पीकर द्वारा स्वीकृत किए गए हर मुद्दे पर बहस को तैयार है.

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कौन से बिल होंगे पेश?

अब इन दावों के बीच जिन बिलों को इस बार शीतकालीन सत्र में पेश किया जाना है, वो काफी अहम हैं. सरकार द्वारा कुल 19 बिल पेश किए जाएंगे. इनमें से तीन को पुराने हैं, वहीं 16 नए बिल पेश किए जाएंगे. बहुराज्य सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2022, राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक, 2022,  राष्ट्रीय परिचर्या और प्रसूति विद्या आयोग विधेयक,2022, बहु-राज्यीय सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2022, तटीय जल कृषि प्राधिकार संशोधन विधेयक 2022, संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक 2022 शामिल हैं. इनके अलावा संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (तीसरा संशोधन) विधेयक 2022, निरसन औरसंशोधन विधेयक,2022,  पुराना अनुदान विधेयक ( विनियमन) 2022 जैसे बिल भी पेश किए जा सकते हैं.

साल में कुल तीन सत्र

यहां भी बहुराज्य सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2022 काफी मायने रखता है. इस बिल के जरिए कई पुराने कानूनों को खत्म करने की तैयारी है. वहीं दूसरा व्यापार चिन्ह संशोधन विधेयक, 2022 भी सुर्खियों में रहने वाला है. अगर ये बिल पारित हो जाता है तो एक आवेदन के बाद ही ट्रेड मार्क दिया जा सकेगा. इसके अलावा इस बिल के जरिए ट्रेड मार्क आवेदनों की प्रक्रिया को तेज करने पर भी जोर रहेगा. जानकारी के लिए बता दें कि साल में तीन बार सत्र आयोजित किए जाते हैं. इसकी शुरुआत बजट सत्र से होती है जो साल के शुरुआत में शुरू होता है और सबसे लंबे वक्त तक चलता भी है. इसके बाद जुलाई-अगस्त में मॉनसून सत्र का आयोजन होता है और फिर आखिर में शीतकालीन सत्र या विंटर सेशन होता है.

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