राहुल गांधी ने जब वीर सावरकर के खिलाफ बयान देने शुरू किए, तो इससे महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगी उद्धव ठाकरे बहुत नाराज हुए. इसके बाद राहुल ने सावरकर के बारे में बयानबाजी तो बंद कर दी, लेकिन उनकी पार्टी के एक स्थानीय नेता ने राहुल गांधी के वायनाड दौरे के वक्त सावरकर विरोधी पोस्टर लगाए.