
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) के चंडीगढ़ स्थित आवास के बाहर धरना दिया. उन्होंने पंजाब में पेट्रोल-डीजल की ऊंची कीमतों को कम करने की मांग की.
इस दौरान अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास का घेराव करने की कोशिश की तो उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया.
सुखबीर ने कहा कि पंजाब सरकार को तुरंत 10 रुपये पेट्रोल और 10 रुपये डीजल के दाम कम करके राहत देनी चाहिए. क्योंकि अगर सरकार का खजाना भरा है, तो इसके लिए फैसला आज ही लिया जाना चाहिए.
Shiromani Akali Dal (SAD) chief Sukhbir Singh Badal along with party leaders & workers staged a protest outside Punjab CM Charanjit Singh Channi's residence in Chandigarh demanding "compensation to farmers for reducing the high prices of petrol-diesel"
(Photo courtesy: SAD) pic.twitter.com/TIWBf104FP
बता दें, पंजाब में 6 नवंबर को पेट्रोल का दाम 105.02 रुपये प्रति लीटर हो गया है. डीजल का दाम 88.76 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है. वहीं, राजधानी चंडीगढ़ में डीजल 80.90 और पेट्रोल का दाम बढ़कर 94.93 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
केंद्र सरकार ने देशभर में पेट्रोल के दाम पांच रुपये और डीजल के दाम 10 रुपये कम कर एक तोहफा दिया है. लेकिन केंद्र सरकार का यह तोहफा पंजाब के पेट्रोल पंप मालिकों पर भारी पड़ गया है. दरअसल, पंजाब में पेट्रोल और डीजल पर वैट ज्यादा होने के कारण पड़ोसी प्रदेश हिमाचल, हरियाणा और चंडीगढ़ की अपेक्षा यहां कीमतें अधिक हैं.
इसलिए बॉर्डर पर सटे पेट्रोल पंप से तेल लेने की जगह पंजाब के लोग दूसरे प्रदेशों का रुख कर रहे हैं. पंजाब के मुकाबले चंडीगढ़ में पेट्रोल 11.64 रुपये लीटर सस्ता है. हिमाचल में 11.57 रुपये और हरियाणा में 10.60 रुपये सस्ता है. अगर पंजाब सरकार ने जल्द अपने वैट को कम नहीं किया तो आने वाले दिनों में बॉर्डर से सटे पेट्रोल पंप ठप होने की कगार पर पहुंच जाएंगे.
(इनपुट- ललिता शर्मा)