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बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग करने वाला जवान गिरफ्तार, गवाह बनकर कर रहा था गुमराह

बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में हुई फायरिंग के मामले में एक जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस फायरिंग में चार जवानों की मौत हो गई थी. इसके बाद से पुलिस हमला करने वाले जवान की तलाश में जुटी थी. हालांकि, पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है. बताया जा रहा है कि पुलिस 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा कर सकती है.

बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार को फायरिंग हुई थी. बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार को फायरिंग हुई थी.
मनजीत सहगल
  • बठिंडा,
  • 17 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 12:46 PM IST

बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार को हुई फायरिंग के मामले में एक जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार जवान का नाम देसाई मोहन बताया जा रहा है. पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन की मेस में बुधवार तड़के 4.35 में फायरिंग हुई थी. इसमें चार जवानों की मौत हो गई थी. सभी जवान 80 मीडियम रेजिमेंट के थे. शूटर अंधेरे का फायदा उठाकर फायरिंग वाली जगह से भागने में कामयाब रहा था. इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच में जुटी थीं. 

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पंजाब पुलिस ने पहले ही साफ कर दिया था कि ये आतंकी हमला नहीं है. यह जवानों के आपसी विवाद का मामला था. पुलिस ने इस मामले में रविवार को चार जवानों से पूछताछ की थी. इनमें से एक जवान देसाई मोहन भी था. बताया जा रहा है कि देसाई मोहन ही वह गनर है, जिसने फायरिंग कर चार जवानों की हत्या कर दी थी. 

पूछताछ में देसाई मोहन ने स्वीकार कर लिया है कि उसी ने INSAS राइफल चुराई थी और अपने चार साथियों की गोली मारकर हत्या कर दी. शुरुआती जांच में पता चला है कि आपसी रंजिश के चलते मोहन ने इस वारदात को अंजाम दिया. 

देसाई मोहन के मुताबिक, उसने 9 अप्रैल को INSAS राइफल चुराई थी. इसके बाद उसे छिपा दिया. 12 अप्रैल की सुबह करीब 4.30 बजे उसने राइफल निकाली और फर्स्ट फ्लोर पर जाकर सो रहे जवानों पर फायरिंग कर दी. इसके बाद उसने राइफल को सीवेज में फेंक दिया. पुलिस ने जांच के दौरान इसे बरामद कर लिया था. 

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वहीं, जब जांच हुई तो देसाई मोहन ने गवाह बनकर पुलिस को गुमराह किया. उसने बताया था कि दो लोग सिविल ड्रेस में आए थे और उन्होंने INSAS राइफल से हमला कर दिया. एक हमलावर के हाथ में कुल्हाड़ी भी थी. देसाई मोहन अभी पुलिस हिरासत में है. पुलिस के मुताबिक, इस मामले में कोई टेरर एंगल नहीं है. 

फायरिंग के वक्त सिविल ड्रेस में था शूटर

हमले के दौरान आरोपी जवान सिविल ड्रेस में था. मिलिट्री स्टेशन पर फायरिंग से कुछ दिन पहले एक इंसास राइफल और 28 राउंड कारतूस गायब हो गए थे. ऐसे में आशंका जताई जा रही थी कि इस घटना में उसी राइफल का इस्तेमाल किया गया.

एफआईआर रिर्पोट के मुताबिक, चार जवान सागर ,कमलेश ,संतोष और योगेश की इस हमले में मौत हुई थी. चश्मदीद ने दावा किया था कि हमले में एक नहीं दो आरोपी शामिल थे. दोनों ने अपने चेहरे ढके थे और राइफल के अलावा कुल्हाड़ी से भी वार किया.इस समय घटना के बाद जो हथियार बरामद किए गए हैं, उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया था. 
 

 

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