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अमृतसर में जी-20 समिट की सुरक्षा को लेकर भगवंत मान को टेंशन, अमित शाह ने ऐसे दूर की परेशानी

पंजाब के अमृतसर में 15 से 17 मार्च को जी-20 का शिखर सम्मेलन होगा लेकिन समिट की सुरक्षा को लेकर सीएम भगवंत मान परेशान हैं. उन्होंने अमित शाह से मुलाकात कर समिट के लिए और सुरक्षाबलों की मांग की. इसके बाद केंद्र ने बिना देरी अर्धसैनिकबलों की 50 टुकड़ियों को पंजाब भेजने का फैसला कर लिया.

अमृतसर में 15 से 17 मार्च को होगा शिखर सम्मेलन (फाइल फोटो) अमृतसर में 15 से 17 मार्च को होगा शिखर सम्मेलन (फाइल फोटो)
कमलजीत संधू
  • नई दिल्ली,
  • 03 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 2:29 AM IST

पंजाब के अमृतसर में 15 से 17 मार्च को जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. हालांकि पंजाब में कानून-व्यवस्था से जुड़ी घटनाओं के कारण भगवंत मान सरकार के अनुरोध पर केंद्र अर्धसैनिक बलों की 50 टुकड़ियां पंजाब भेज रही हैं. जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ की 10, आरपीएफ की 8, बीएसएफ की 12, आईटीबीपी की 10 और एसएसबी की 10 टुकड़ियां पंजाब भेजी जा रही हैं. ये टुकड़ियां 6 मार्च को पंजाब पहुंच जाएंगी और जी-20 समिट के कार्यक्रमों के बाद ही वापस लौटेंगी.

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मालूम हो कि सीएम मान ने गुरुवार को ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात कर राज्य के हालातों और पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन और ड्रग तस्करी सहित कई मुद्दों पर भी मंथन किया था. सीमा सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए केंद्रीय और राज्य की एजेंसियों में समन्वय को लेकर भी बात हुई, जिसके बाद केंद्र ने राज्य में सुरक्षा बल तैनात करने का फैसला लिया है.

रांची में सतत ऊर्जा के लिए सामग्री विषय पर हुई चर्चा

रांची में गुरुवार को जी-20 समिट हुई. इसमें रिसर्च एंड इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग (आरआईआईजी) सम्मेलन में चार सत्रों में चर्चा हुई. 

इस दौरान केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. श्रीवरी चंद्रशेखर ने कहा कि जी-20 देशों के साथ ग्लोबल वार्मिंग कम करने और 2070 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन की प्रतिबद्धता के लक्ष्य के साथ चलने की जरूरत है. उन्होंने झारखंड खनिज संपदा से भरा रहा है. जी 20 देशों के प्रतिनिधियों के यहां पर चर्चा करने से क्षेत्र में रिसर्च के अवसर के साथ-साथ बाजार का क्षेत्र भी बढ़ेगा. 

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गुरुग्राम में एंटी करप्शरन वर्किंग ग्रुप की हुई बैठक

इससे पहले बुधवार को गुरुग्राम में जी-20 शिखर सम्मेलन हुआ था. इसमें एंटी करप्शरन वर्किंग ग्रुप की पहली बैठक हुई थी. बैठक के तहत, 'सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए आईसीटी का लाभ उठाने' विषय पर एक संक्षिप्‍त कार्यक्रम आयोजित किया गया था.

बैठक में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत के लिए एक ऐसा प्रशासनिक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने की कल्पना की है, जिसमें भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस नीति शामिल हो. उन्होंने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता का लक्ष्य भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर व्यावहारिक एक्शन-ओरिएंटिड प्रयासों पर फोकस करना है, ताकि भ्रष्टाचार निरोधी मामलों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और भ्रष्ट लोगों तथा भ्रष्टाचार का सामना करने की जी20 समूह की प्रतिबद्धता को मजबूत किया जा सके.

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