
पंजाब सरकार ने 27 सितंबर को विशेष सत्र बुलाया है. इसमें मान सरकार विश्वाास प्रस्ताव पेश करेगी. इसके जवाब में बीजेपी मॉक विधानसभा सत्र आयोजित करेगी. उधर, आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
पंजाब बीजेपी प्रमुख अश्विनी शर्मा ने कहा, "आम आदमी पार्टी कई मोर्चों पर विफल रही है. सरकार बनाने के कुछ महीनों के भीतर विश्वास प्रस्ताव लाकर जनता का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है."
खरीद-फरोख्त के आरोप निराधार
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुरजीत कुमार ने कहा, "आम आदमी पार्टी लोगों से किए गए वादों को भूल गई है. अब विश्वास प्रस्ताव लाने में जनता का पैसा और समय बर्बाद कर रही है. लोगों का इस सरकार से भरोसा उठ गया है."
पार्टी के एक अन्य नेता डॉ. राजकुमार वेरका का कहना है कि खरीद-फरोख्त के आरोप निराधार हैं. सच तो ये है कि आम आदमी पार्टी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के कम से कम 300 नेता बीजेपी में शामिल होने के इच्छुक थे.
झूठी कहानी गढ़ी जा रही
बीजेपी नेताओं ने कथित 'ऑपरेशन लोटस' के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान पर हमला किया. कहा कि भगवंत मान को बाहर करने और दूसरों के लिए रास्ता बनाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी जा रही है.
उधर, हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, "मैं नहीं जानता कि पंजाब की जनता कब तक इस सरकार को बर्दाश्त करेगी. आम आदमी पार्टी तो सरकार बनाने के कुछ दिन बाद ही पंजाब में अपना भरोसा खो चुकी थी. राघव चड्ढा पर्दे के पीछे सीएम के रूप में काम कर रहे थे."
पंजाब सरकार अच्छी तरह से काम कर रही
उधर, कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने बीजेपी नेताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "पंजाब सरकार अच्छी तरह से काम कर रही है. सरकार पंजाब के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. सच तो ये है कि भाजपा को इस जनादेश से जलन है. भाजपा अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं होगी."
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर 'ऑपरेशन लोटस' शुरू करने की कोशिश का आरोप लगाया है. हरपाल चीमा सहित AAP के कुछ नेताओं ने दावा किया था कि करीब 10 विधायकों को तोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी.
AAP नेताओं ने इस मामले में शिकायत भी की थी. इसके आधार पर अज्ञात बीजेपी नेताओं के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई थी. मामले को विजिलेंस ब्यूरो को ट्रांसफर कर दिया गया है.