
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल प्रोग्राम के दौरान बठिंडा एम्स अस्पताल में पूर्व केंद्रीय मंत्री बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने किसान आंदोलन की बात की. इसके बाद प्रोग्राम में मौजूद भाजपा के वर्करों की ओर से हरसिमरत बादल के विरुद्ध नारेबाजी शुरू हो गई.
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हरसिमरत कौर बादल ने कहा जिन्होंने नारेबाजी की वह किसान विरोधी हैं, लेकिन पंजाब का हर शख्स अमन शांति चाहता है, लेकिन जब अमन शांति ही भंग हो रही है तो सरकार का फर्ज बनता है कि किसान आंदोलन मसले का हल निकाला जाए, ताकि रोजाना किसान अपनी जान ना गंवाए.
दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने वर्चुअल भाषण देते हुए कहा कि मौके को समझते हुए जगह देखकर बात करनी चाहिए, यह कोई राजनीतिक स्टेज नहीं है. केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसान आंदोलन की बात इस समय न की जाए. जहां तक अकाली दल के साथ गठबंधन की चर्चा है, तो अगर गठबंधन होता है तो सबसे पहले मीडिया को पता लग जाएगी.
'किसान समस्याओं का हल टेबल पर बातचीत करके ही निकलेगा'
वहीं, मीडिया से रूबरू होते हुए पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि किसान समस्याओं का हल टेबल पर बातचीत करके ही निकलेगा. उन्होंने कहा कि हरसिमरत बादल की भाषण वाली बात प्रधानमंत्री से करनी चाहिए थी ना कि इस तरह स्टेज से भाषण देना था. उन्होंने कहा कि आंदोलन में नौजवानों को भड़काया ना जाए, शांतिपूर्वक इस मसले का हल निकल सकता है.
'दिल्ली चलो मार्च 29 फरवरी तक स्थगित'
गौरतलब है कि किसान आंदोलन में अगुआ संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली चलो मार्च 29 फरवरी तक स्थगित कर दिया है. इसके बाद अब दिल्ली पुलिस ने हरियाणा से सटे बॉर्डर आंशिक रूप से फिर से खोल दिया है. किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के मद्देनजर हरियाणा से लगे सिंघु और टिकरी बॉर्डर को करीब दो हफ्ते से सील किया हुआ था. अब इन्हें वाहनों के लिए आंशिक रूप से खोला जा रहा है.