
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने उस चार्टर्ड एकाउंटेंट को गिरफ्तार कर लिया है जिसने आयकर विभाग के अधिकारियों के नाम पर कोराबारी से 26 लाख रुपए की रिश्वत ली थी. आरोपी सीए ने यह रकम अमेरिका में रह रहे एक परिवार को आयकर विभाग के नोटिस को रफा -दफा करवाने के नाम पर ली थी. पुलिस के मुताबिक, सीए अंकुश सरीन ने मलसियां गांव के रहने वाले परमिंदर सिंह सिद्धू से वादा किया था कि वह उनके रिश्तेदारों को भेजे गए इनकम टैक्स नोटिस के निपटारे में उनकी मदद करेंगे.
ठग लिए 26 लाख रुपये
सीए ने सिद्धू से अमेरिका में रहने वाले उनके रिश्तेदार को आयकर रिटर्न के संबंध में जारी एक नोटिस को रफा दफा करने का आश्वासन दिया और एवज में आयकर अधिकारियों को रिश्वत देने के नाम पर दो किश्तों में 26 लाख रुपये ऐंठ लिए. पीड़ित सिद्धू ने अपनी पुलिस शिकायत में आरोप लगाया कि सरीन ने दो किश्तों में यह पैसे लिए और कहा कि मामले को निपटाने के लिए आयकर अधिकारियों को यह पैसा देना होगा.
शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने 15 जनवरी को अपने आवास पर सरीन को 25 लाख रुपये नकद दिए और उसका वीडियो बना लिया. बाद में उन्होंने आयकर विभाग के कनिष्ठ अधिकारियों को देने के लिए सरीन को शेष 1 लाख रुपये भी दे दिए. लेकिन बाद में सिद्धू को जब हकीकत पता चली तो वह हैरान रह गए. सिद्धू को पता चला कि आयकर विभाग ने उन्हें कोई नोटिस जारी नहीं किया था. सिद्धू ने सतर्कता ब्यूरो ने कहा कि सीए ने यह पैसा अपने पास रख लिया. सीए के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
जांच में हुआ खुलासा
पुलिस ने बताया कि आयकर विभाग से पूछताछ के दौरान शिकायतकर्ता को पता चला कि विभाग की तरफ से यह नोटिस अभी भी बरकरार है और रद्द नहीं किया गया है. इस तरह शिकायतकर्ता को यह पता लग गया कि सीए ने आयकर अधिकारियों के नाम पर धोखे से पैसा लिया था और उसने आगे किसी को यह पैसा नहीं दिया. हकीकत पता चलने के बाद पीड़ित सिद्धू ने सीए से अपने पैसे वापस मांगे तो उसने देने से इनकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई.
आरोपी गिरफ्तार
एसएसपी ने बताया कि लुधियाना रेंज की वीबी यूनिट ने शिकायत में लगाए गए आरोपों की जांच की थी और भारी जुर्माने के एवज में पैसे ऐंठने का दोषी पाया गया. इसके बाद सीए के खिलाफ वीबी पुलिस स्टेशन, लुधियाना में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.