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कांग्रेस सांसद का बयान, कैप्टन की कोठी पहुंच माफी मांग लेते हैं सिद्धू

अमरिंदर सिंह खेमे ने पार्टी हाईकमान को नवजोत सिंह सिद्धू के चुनाव के दौरान दिए गए तमाम बयानों की ऑडियो-वीडियो क्लिप्स के साथ शिकायत भेज दी थी. अब सिद्धू द्वारा किए गए चुनाव प्रचार और उन सीटों के परिणाम की भी लिस्ट हाईकमान को थमाई जा रही है ताकि सिद्धू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.

Navjot Singh Sidhu Navjot Singh Sidhu
सतेंदर चौहान
  • अमृतसर,
  • 25 मई 2019,
  • अपडेटेड 1:52 AM IST

पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच जारी जुबानी जंग ने अब अलग मोड़ ले लिया है. अमरिंदर सिंह खेमे ने पार्टी हाईकमान को नवजोत सिंह सिद्धू के चुनाव के दौरान दिए गए तमाम बयानों की ऑडियो-वीडियो क्लिप्स के साथ शिकायत भेज दी थी. अब सिद्धू द्वारा किए गए चुनाव प्रचार और उन सीटों के परिणाम की भी लिस्ट हाईकमान को थमाई जा रही है ताकि सिद्धू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.

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कैप्टन खेमे द्वारा तैयार किए गए रिपोर्ट कार्ड के मुताबिक 12 अप्रैल से 17 मई तक सिद्धू ने 56 सीटों पर चुनाव प्रचार किया. इनमें से चार लोकसभा क्षेत्र ऐसे थे जहां पर वह दो बार प्रचार करने गए और पार्टी सिर्फ 7 सीटें ही जीत पाई. 49 सीटों पर कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा. पंजाब कांग्रेस रिपोर्ट के माध्यम से आलाकमान को यह भी बताएगी कि जिस तरह से सिद्धू की छवि को स्टार प्रचारक और बड़े नेता के तौर पर दिखाया जाता है, वैसा कुछ नहीं है. सिद्धू अपने दम पर चुनावी माहौल बदलने की क्षमता नहीं रखते हैं.

रिपोर्ट में यह भी जिक्र किया गया है कि सिद्धू प्रदेश की जिन 2 सीटों पर प्रचार करने पहुंचे, पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. उनकी पाकिस्तान प्रेम वाली छवि से भी नुकसान हुआ है. माना जा रहा है कि अगले हफ्ते की शुरुआत में कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ पंजाब प्रभारी आशा कुमारी के साथ दिल्ली जाकर राहुल गांधी और कांग्रेस आलाकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे.

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सूत्रों के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ नवजोत सिंह सिद्धू भी राहुल गांधी और आलाकमान के सामने अपनी बात रखने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं.

सिद्धू को लेकर कांग्रेस नेताओं के तीखे हमले जारी हैं. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के बयानों और पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल बाजवा को गले लगाने को पंजाब की 13 में से 5 सीटों पर हार का जिम्मेदार ठहराया है.

वहीं अब पंजाब कैबिनेट में नवजोत सिंह सिद्धू के साथी कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि अगर सिद्धू ने राहुल गांधी के अमेठी से हारने पर राजनीति से संन्यास लेने की बात कही थी, तो उन्हें मंत्री पद का त्याग कर देना चाहिए. उन्हें पार्टी और सरकार से इस्तीफा दे देना चाहिए.

साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि सिद्धू इतने बड़े लीडर नहीं है कि भीड़ को वोटों में तब्दील कर सकें. रैलियों और राजनीतिक जनसभाओं में कलाकारों और हंसाने वालों को भीड़ को इकट्ठा करने के लिए बुलाया जाता है. उन्होंने कहा कि सिद्धू अब राजनीति छोड़ कॉमेडी शो करें. सिद्धू कौन होता है किसी को हराने या जिताने वाला.

लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने तो सिद्धू को लेकर ये तक कह डाला कि वह अक्सर भावनाओं में आकर कुछ भी बोल जाते हैं और उसके बाद कैप्टन अमरिंदर की कोठी पर जाकर माफी मांग लेते हैं.

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सिद्धू को टारगेट किए जाने पर उनकी पत्नी नवजोत कौर सिधु ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जहां-जहां विधायकों ने काम किया, वहां जीत मिली. पटियाला में जीत मिली और अमृतसर में भी. कैप्टन अमरिंदर को ऐसे सवाल नहीं उठाने चाहिए जैसे वो सवाल उठा रहे है. सिद्धू ने राहुल गांधी के कहने पर प्रचार किया. वो आज भी पार्टी के लिए समर्पित हैं. सिद्धू नहीं, वह लोग गलत हैं जो कांग्रेस में रहते हुए दूसरी पार्टियों का साथ देते हैं और सिद्धू को टारगेट कर रहे हैं.

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