
2024 के चंडीगढ़ गेनेड हमले मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के चार आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दर्ज की है. आतंकी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को हमले का मुख्य संचालक और साजिशकर्ता बताया गया. जांच में पता चला है कि हमले के जरिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों और आम जनता में दहशत फैलाना था. हमले में एक सेवानिवृत्त पंजाब पुलिस अधिकारी को निशाना बनाना था. जांच एजेंसी अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है.
चार्जशीट में किसका-किसका नाम है?
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ग्रेनेड हमले को लेकर जांच एजेंसी क्या बोली?
चंडीगढ़ में ग्रेनेड हमला के साजिश को अंजाम देने के लिए रिंद और हैप्पी ने भारत में मौजूद रोहन और विशाल को भर्ती किया था. उन्हें ना सिर्फ हमले के लिए भर्ती किया गया. बल्कि आवश्यक हथियार, धन और विस्फोटक जुटाने का काम भी इन्हें ही सौंपा गया. सितंबर 2024 में हमले में एक सेवानिवृत्त पंजाब पुलिस अधिकारी निशाने पर थे. हमला करने के पहले आतंकियों ने टारगेट की दो बार रेकी भी की थी.
एनआईए ने चारों आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और अन्य आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. अभी मामले की जांच जारी है. एनआईए बब्बर खालसा इंटरनेशनल के अन्य सदस्यों को पकड़ने और उनके आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
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इस ग्रेनेड हमले के जरिए बब्बर खालसा इंटरनेशनल अपनी पैंठ भारत में जमाना चाहता था. दाखिल चार्जशीट में एनआईए ने बताया है कि चारों आरोपियों का हमले में अलग-अलग भूमिका थी. रिंद और हैप्पी ने विदेश से साजिश रची थी और रोहन-विशाल ने भारत में इसे पूरा किया.