
कोरोना वायरस की महामारी के बीच पंजाब विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू हुआ. एक दिन के सत्र का विपक्षी शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने बहिष्कार किया. वहीं, आम आदमी पार्टी (एएपी) के विधायकों को सदन में प्रवेश करने से रोक दिया गया. AAP विधायक विरोध जताने के लिए पीपीई किट में पहुंचे थे. एएपी विधायकों को सदन में प्रवेश से रोक दिया गया.
सदन में प्रवेश करने की इजाजत नहीं मिलने के बाद विधायक विधानसभा परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए. AAP ने भी मॉनसून सत्र को 15 दिन तक बढ़ाए जाने की मांग की थी. एसएडी ने भी विधानसभा सत्र के लिए समय सीमा बढ़ाए जाने की मांग की थी. एसएडी ने आरोप लगाया कि सरकार कोरोना की आड़ में ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है.
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एसएडी नेताओं ने कहा कि वे अवैध शराब और अन्य माफिया की ओर से सरकारी खजाने को पहुंचाए गए 5900 करोड़ रुपये के नुकसान जैसे मसलों को उठाना चाहते थे, लेकिन सरकार इन पर पर्दा डाल रही है. गौरतलब है कि विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान विधानसभा में चार विधेयक पेश किए जाने हैं. जिनमें रेगुलेशन ऑफ प्राइवेट क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट, कोरोना महामारी के कारण कैदियों की रिहाई, और इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट्स एंड कांट्रैक्ट लेबर खास हैं.
बता दें कि कोरोना के साए में पंजाब विधानसभा का एक दिन का मॉनसून सत्र बुलाया गया है. पंजाब के कुल 117 विधायकों में से लगभग एक तिहाई विधायक कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. विधानसभा सत्र की शुरुआत से पहले सभी विधायकों का कोरोना टेस्ट कराया गया था. इनमें से 29 विधायकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं, सात विधायक पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. ये विधायक अब ठीक भी हो चुके हैं.
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और विधानसभा अध्यक्ष ने पॉजिटिव पाए गए विधायकों के संपर्क में आने वाले विधायकों से अपील की थी कि वे विधानसभा में न आएं. जिन 29 विधायकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनमें AAP के भी तीन विधायक शामिल हैं. इन विधायकों ने आप विधायक दल की बैठक में भी हिस्सा लिया था. इसके बावजूद एएपी के कई विधायक विधानसभा पहुंच गए. हालांकि, उनको परिसर के भीतर घुसने की इजाजत नहीं दी गई.