Advertisement

रेत तस्करी की तस्वीरें दिखा अमरिंदर ने उठाए अपनी ही सरकार पर सवाल

कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य में हो रहे रेत के अवैध खनन और तस्करी की तस्वीरों का ट्वीट करके फंस गए हैं. क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अवैध खनन की तस्वीरें जारी करके अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. एक हजार करोड़ रुपए कीमत के अवैध रेत की तस्करी के पीछे कोई और नहीं बल्कि उनकी सरकार के अपने ही मंत्री और विधायक शामिल हैं.

कैप्टन अमरिंदर सिंह कैप्टन अमरिंदर सिंह
अजीत तिवारी/मनजीत सहगल
  • चंडीगढ़,
  • 07 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 7:27 PM IST

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक ट्वीट के जरिए सतलुज नदी के किनारों पर हो रहे अवैध खनन की तस्वीरों को साझा कर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है.

कैप्टन अमरिंदर सिंह मंगलवार को जब जालंधर के ऊपर हेलीकॉप्टर में उड़ रहे थे तो उनकी नजर अवैध माइनिंग पर गई और उन्होंने आनन-फानन में जांच के आदेश दे दिए. पुलिस ने 2 दर्जन खनन मशीनें, 30 ट्रक और 2 दर्जन से ज्यादा लोगों को अवैध खनन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.

Advertisement

दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य में हो रहे रेत के अवैध खनन और तस्करी की तस्वीरों का ट्वीट करके फंस गए हैं. क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अवैध खनन की तस्वीरें जारी करके अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. एक हजार करोड़ रुपए कीमत के अवैध रेत की तस्करी के पीछे कोई और नहीं बल्कि उनकी सरकार के अपने ही मंत्री और विधायक शामिल हैं.

कैप्टन सरकार के काबीना मंत्री राणा गुरजीत सिंह को रेत खनन विवाद के चलते अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी. मुख्यमंत्री के ट्वीट के बाद राज्य के कई स्थानों पर  हो रहे रेत के अवैध खनन का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है. आरोप जिन लोगों पर लग रहे हैं वह कैप्टन की सरकार के काबीना मंत्री और उनके करीबी हैं.

Advertisement

कैप्टन सरकार अपने करीबियों को रेत खनन के ठेके दिलवाकर पहले ही विपक्ष के निशाने पर है. अकाली सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अकाली दल के सचिव और प्रवक्ता डॉ दलजीत सिंह चीमा ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अवैध खनन की तस्वीरें सांझी करके साबित कर दिया है कि उनकी सरकार के मंत्री और विधायक अवैध खनन से मोटी कमाई कर रहे हैं.

उधर मुख्यमंत्री के ट्वीट के बाद हरकत में आये प्रशासनिक अमले ने आनन-फानन में अवैध खनन में लगाई गई मशीनरी को कब्जे में ले कर कुछ लोगों को हिरासत में जरूर लिया है. लेकिन खनन और तस्करी के पीछे जिन सफेदपोश लोगों का हाथ है वह उन पर हाथ डालने से कतरा रहा है.

पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पिछले साल राज्य की सभी रेत की खानों को 350 करोड़ रुपए में नीलाम कर दिया था. लेकिन राज्य में तीन गुना ज्यादा अवैध खनन होता है यानी राज्य में अवैध खनन का कारोबार 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है. इस कारोबार में भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों, खनन अधिकारियों, राजनेताओं और उनके कारिंदों की बराबर की हिस्सेदारी है.

पंजाब सरकार अपने ही मंत्रियों और विधायकों पर हाथ डालने से कतरा रही है. रेत की तस्करी के मामले में सरकार पहले ही विपक्ष के निशाने पर है. सरकार के एक मंत्री राणा गुरजीत सिंह को जहां खनन के ठेकों से पैदा हुए विवाद के चलते कुर्सी गंवानी पड़ी वहीं, अब सरकार के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के एक रिश्तेदार पर रंगदारी मांगने का आरोप है.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement