
अगले साल मार्च में जी-20 सम्मेलन का आयोग पंजाब के अमृसर में किया जाएगा. इसको लेकर पंजाब सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है. वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस सम्मेलन को लेकर कई उम्मीदें हैं और उनका दावा है कि इससे पंजाब में निवेश आएगा और नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे. दरअसल, शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तैयारियों को लेकर अधिकारियों संग बैठक की. इसके बाद उन्होंने कहा कि मार्च-2023 में अमृतसर में होने वाला प्रतिष्ठित जी-20 सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय मंच पर पंजाब को व्यापार के लिए पसंदीदा स्थान के तौर पर उभरेगा और हमें अपनी प्राप्तियों और दी जा रही सहूलतों के बारे बताने का मौका मुहैया करेगा.
सम्मेलन को सफल बनाने में कोई कसर बाकी न छोड़ने का ऐलान करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनहरी मौका है जब पंजाब को बेहतरीन मौकों वाली धरती के तौर पर उभारा जा सकता है. जिससे अधिक से अधिक निवेश लाकर हम नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके सृजित कर सकें. इस सम्मेलन में विश्व के अग्रणी मुल्क शिरकत कर रहे हैं.
पांच सेक्टरों में बांटा जाएगा शहर
उन्होंने कहा कि इस समागम की मेज़बानी करने का मौका मिलने पर राज्य अपने आप को सौभाग्यशाली समझता है, जिसमें विश्व भर के प्रमुख देश शिक्षा और काम संबंधी विचार-विमर्श करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वैश्विक समागम की सफलता के लिए व्यापक स्तर पर इंतज़ाम किये जाएंगे. समागम की सफलता को यकीनी बनाने के लिए पवित्र शहर को प्रशासनिक आधार पर पांच प्रमुख सेक्टरों में बांटा जायेगा. पुख़्ता प्रबंधन के लिए राज्य के सिवल और पुलिस प्रशासन के सीनियर अधिकारियों को इन सैक्टरों में तैनात किया जायेगा. सम्मेलन के दौरान यह अधिकारी ही अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में समूचे कार्य को सुचारू बनाने के लिए ज़िम्मेदार होंगे.
मुख्यमंत्री ने इस मौके शहर की सुंदरता और प्रारंभिक ढांचा मज़बूत करने के लिए किये जाने वाले कामों के विवरण लिए और कहा कि जो भी काम किया जाये, वह मानक हो, जो लंबे समय तक शहर निवासियों के काम आए.