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पंजाबः चन्नी कैबिनेट में अमरिंदर के कई मंत्रियों की छुट्टी तय! जाखड़ को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

चरणजीत सिंह चन्नी आलाकमान के निर्देश पर दिल्ली पहुंचे और राहुल गांधी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ नई कैबिनेट पर चर्चा की. पिछले कुछ दिनों में सीएम का दिल्ली का ये तीसरा दौरा रहा.

दिल्ली में चरणजीत सिंह चन्नी ने की राहुल गांधी से मुलाकात (पीटीआई) दिल्ली में चरणजीत सिंह चन्नी ने की राहुल गांधी से मुलाकात (पीटीआई)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:20 AM IST
  • चरणजीत सिंह चन्नी आलाकमान के निर्देश पर दिल्ली पहुंचे
  • कैबिनेट विस्तार पर शुक्रवार देर रात तक चला मंथन

पंजाब की कमान संभालने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी के सामने अगली चुनौती नए मंत्रिमंडल के गठन की है. इस चुनौती से निपटने के लिए शुक्रवार देर रात तक दिल्ली में मंथन चला.

चरणजीत सिंह चन्नी आलाकमान के निर्देश पर दिल्ली पहुंचे और राहुल गांधी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ नई कैबिनेट पर चर्चा की. पिछले कुछ दिनों में सीएम का दिल्ली का ये तीसरा दौरा रहा.
 
सूत्रों ने बताया कि चन्नी और पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच पंजाब मंत्रिमंडल में मंत्रियों के नाम तय करने को लेकर चली चर्चा के बाद सामने आया कि पिछली अमरिंदर सिंह सरकार के कुछ मंत्रियों को छुट्टी लगभग तय है. कहा जा रहा है कि अमरिंदर सिंह बेहद खास गुरप्रीत सिंह कांगड़, राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी (खेल मंत्री) और साधु सिंह धर्मसोत (सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री) को कैबिनेट से हटाया जा सकता है.

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चन्नी मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरे देखने की संभावना है. इस रेस में ब्रह्म मोहिन्दरा, राणा गुरजीत, मनप्रीत बादल, तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया ,अरुणा चौधरी, रजिया सुल्ताना, डॉ. राज कुमार वेरका, भारत भूषण आशु, विजय इंदर सिंगला, गुरकीरत कोटली, राजा वरिंग, संगत सिंह गिलजियां, काका रणदीप सिंह,परगट सिंह, कुलजीत सिंह नागरा हैं. सिद्धू के करीबी माने जाने वाले परगट सिंह फिलहाल पंजाब कांग्रेस के महासचिव हैं और गिलजियान पार्टी की प्रदेश इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हैं.

राहुल गांधी से मिले जाखड़ 

पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ के बारे में पता चला कि उन्होंने भी राहुल गांधी से मुलाकात की है. अब ऐसी अटकलें हैं कि जाखड़, जो अमरिंदर सिंह के बाद सीएम की रेस में थे उन्हें भी किसी बड़े पद से नवाजा जा सकता है.

बता दें कि जाखड़ कांग्रेस विधायक दल के नेता पद के लिए सबसे आगे चल रहे थे, लेकिन अंबिका सोनी सहित पार्टी के तमाम नेताओं ने सुझाव दिया कि एक सिख को राज्य में शीर्ष पद पर होना चाहिए, जिसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लगी थी. 

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