
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने रविवार को पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करने के लिए समाचार पत्र विज्ञापन जारी करने में कथित रूप से विफल रहने पर कटाक्ष किया.
सुनील जाखड़ ने अपने एक ट्वीट में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा की याद में अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के तहत पिछले साल जारी पंजाब सरकार के एक विज्ञापन को टैग किया. जाखड़ ने ट्वीट किया, 'मैं समझ सकता हूं कि बीजेपी इतिहास से 'आयरन लेडी ऑफ इंडिया' को मिटाने की कोशिश कर रही है, लेकिन क्या अभी भी पंजाब में कांग्रेस की सरकार नहीं है.'
वरिष्ठ नेता जाखड़ ने अपने एक अन्य ट्वीट में परोक्ष रूप से जगदीश टाइटलर को दिल्ली कांग्रेस की नई कार्यकारी समिति में स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में नियुक्त करने को लेकर संकेत दिया और आश्चर्य जताया कि क्या सरकार द्वारा इंदिरा गांधी को याद करने के लिए विज्ञापन जारी नहीं करने का इससे कोई लेना-देना है. उन्होंने कहा, 'या फिर यह दो दिन पहले हुई नियुक्ति के आलोक में ''दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है'' का मामला है.' टाइटलर का नाम 1984 के सिख विरोधी दंगों के सिलसिले में आया था.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में जोड़ते हुए कहा, 'मैं जानता हूं कि कैप्टन साब (अमरिंदर) पिछले साल पंजाब सरकार के इस विज्ञापन का उपयोग करने से बुरा नहीं मानेंगे, क्योंकि आज कोई भी नहीं दिखाई दिया.' 1984 में आज ही के दिन इंदिरा गांधी की उनके ही दो सुरक्षा गार्डों ने हत्या कर दी थी.
पंजाब में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल समेत विपक्षी दलों ने जगदीश टाइटलर की नियुक्ति को लेकर चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है.
भाजपा नेता तरुण चुग ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या उन्होंने टाइटलर की समिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में नियुक्ति का समर्थन किया है.
अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने चन्नी से पंजाबियों को यह बताने के लिए कहा कि उन्होंने टाइटलर को एक "प्रतिष्ठित" कांग्रेस पैनल में नियुक्त करने के लिए अपनी "सहमति" क्यों दी. तीन दिन पहले भी, जाखड़ ने टिप्पणी की थी जब चन्नी दिल्ली के दौरे पर थे और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल उसी दिन पंजाब गए थे.