
भारत के एथलेटिक्स कोच निकोलाई नेजारेव शुक्रवार को अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाए गए. कमरे में कोच की लाश मिलने से एनआईएस पटिलाया में भय का माहौल है. 75 साल के डॉक्टर निकोलाई नेजारेव मिडिल और लॉन्ग डिस्टेंस रनिंग कोच थे. टोक्यो ओलंपिक को ध्यान में रखकर एक महीने पहले ही उन्हें भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन ने कोच के तौर पर नियुक्त किया था. नेजारेव का शव पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया है. वे बेलारूस के रहने वाले थे.
एएफआई के अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला के मुताबिक नेजारेव शुक्रवार को हुई इंडियन ग्रां प्री 3 के लिए (बेंगलुरु से) एनआईएस आए थे. लेकिन प्रतियोगिता के लिए नहीं पहुंचे. शाम के समय सभी कोच ने उनके बारे में पूछा और उनके कमरे पर गए तो कमरा अंदर से बंद मिला. सुमरिवाला ने बताया कि जब दरवाजा तोड़ा गया तो वह अपने बिस्तर पर पड़े थे.
सुमरिवाला ने बताया कि एनआईएस में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया और साई की टीम ने उनका शव पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भिजवा दिया. सुमरिवाला ने कहा कि हम उनकी मृत्यु का कारण नहीं जानते. पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही नेजारेव की मौत के कारणों का पता चल पाएगा.
ओलंपिक के लिए एथलीटों को दे रहे थे ट्रेनिंग
निकोलाई नेजारेव 3000 मीटर स्टीपलचेज, मिडिल और लॉन्ग डिस्टेंस के एथलीटों को टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए ट्रेनिंग दे रहे थे. कोच की अचानाक मौत से टोक्यों ओलंपिक की तैयारियों में जुटे एथलीटों में मातम का माहौल है. बता दें कि टोक्यो ओलंपिक का आयोजन इसी साल 23 जुलाई से होना है. इस खेल महाकुंभ का समापन 8 अगस्त को होगा.
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने जताया दुख
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट कर निकोलाई के निधन पर दुख व्यक्त किया है. रिजिजू ने ट्वीट कर कहा है कि वे अच्छे कोच रहे और उन्होंने साल 2005 के बाद से भारत के साथ जुड़ाव के दौरान कई पदक विजेताओं की मदद की. उनके परिवार और पूरे एथलेटिक्स जगत को मेरी संवेदनाएं.
पुलिस को भी दे दी गई है सूचना
कोच के शव को पटियाला के राजेंद्र हॉस्पिटल के मोर्चरी में रखा गया है, सुबह पोस्टमार्टम किया जाएगा. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा. पुलिस को भी इस घटना की सूचना दे दी गई है.