
पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बुधवार देर रात 59 वर्षीय चन्नी से पूछताछ की. मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) से जुड़े मामले में बुधवार रात ED ने अपने जालंधर ऑफिस में चन्नी से पूछताछ की.
बता दें कि इस मामले में 20 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव से पहले चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को गिरफ्तार किया गया था. 3 अप्रैल को ED ने भूपिंदर सिंह और अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. चन्नी को ED पहले समन जारी कर चुकी है, लेकिन फिर भी वे पूछताछ के लिए ED के सामने पेश नहीं हो रहे थे.
सूत्रों के मुताबिक ED ने चन्नी से उनके भतीजे भूपिंदर सिंह और दूसरे आरोपियों के साथ उनके लिंक को लेकर सवाल पूछे. इसके अलावा चन्नी के सीएम रहने के दौरान भूपिंदर के सीएम कार्यालय आने पर भी सवाल किए गए. उनसे राज्य में अवैध बालू खनन के तहत अधिकारियों के तबादले और पदस्थापना के आरोपों के बारे में भी पूछताछ की गई.
2 सीटों से लड़कर भी हार गए थे चन्नी
10 मार्च को पंजाब विधानसभा चुनाव के परिणाम आए थे. यहां आम आदमी पार्टी ने बहुमत हासिल किया था. इसके बाद चन्नी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इतना ही नहीं, चन्नी ने विधानसभा चुनाव में 2 सीटों चमकौर साहिब और भदौड़ सीट से चुनाव लड़ा था. इस मामले में ED ने 18 जनवरी को कार्रवाई की शुरुआत की थी. जांच एजेंसी ने तब भूपिंदर और दूसरे आरोपियों के ठिकानों पर छापा मारकर 7.9 करोड़ रुपए कैश जब्त किए थे. संदीप कुमार नामक आरोपी के घर से भी 2 करोड़ रुपए जब्त किए गए थे.
भतीजे ने ट्रांसफर-पोस्टिंग की बात स्वीकारी
ED ने कहा था कि उसने तलाशी के दौरान कुदरतदीप सिंह, भूपिंदर सिंह (हनी), हनी के पिता संतोख सिंह और संदीप कुमार के बयान दर्ज किए. खुलासा हुआ कि जब्त 10 करोड़ रुपये भूपिंदर सिंह के थे. ED ने दावा किया था कि भूपिंदर ने स्वीकार किया है कि ये पैसे उसे रेत खनन और अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग के बदले मिले थे.
जनवरी में ईडी ने मारा था कंपनी पर छापा
भूपिंदर गिरफ्तारी से पहले पूछताछ के लिए ED के सामने पेश हुआ था. बयान में भूपिंदर ने कहा था कि वह खनन से संबंधित गतिविधियों में शामिल है, लेकिन जब ईडी ने डेटा सामने रख पूछताछ शुरू की तो वह टालमटोल करने लगा था. भूपिंदर, कुदरतदीप और संदीप कुमार प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के निदेशक बताए जाते हैं. इस कंपनी पर जनवरी में ईडी ने छापा मारा था.