
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच बुधवार को चाय पर चर्चा हुई. समझा जाता है कि इस बैठक में राज्य मंत्रिमंडल में सिद्धू की वापसी पर चर्चा की गई. कांग्रेस विधायक सिद्धू की राज्य मंत्रिमंडल में वापसी की अटकलों के बीच चंडीगढ़ के समीप मुख्यमंत्री के फार्म हाउस पर करीब 40 मिनट तक उनके बीच यह बैठक चली. सिद्धू ने मुख्यमंत्री द्वारा अहम विभाग वापस ले लिए जाने के बाद मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था.
पंजाब में कांग्रेस सरकार के चार साल पूरे होने पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हर कोई चाहता है कि सिद्धू हमारी टीम का हिस्सा बने. उन्होंने कहा कि वह सिद्धू को बचपन से जानते हैं. बुधवार को भी उनके साथ हुई मीटिंग अच्छी रही.
उन्होंने कहा कि वह सिद्धू की फिर से वापसी को लेकर आशावान हैं. उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही इस विषय में फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि अगर प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलों भी टीम का हिस्सा बनें, तो उन्हें और ज्यादा खुशी होगी.
उन्होंने आगे कहा कि चाहे सभी की अपनी इच्छाएं होती हैं लेकिन कठिन समय में आपको अपनी इच्छाओं को एक तरफ करना होगा और पार्टी के साथ खड़ा होना पड़ेगा. उनसे पूछा गया कि 2022 के चुनाव में क्या कैप्टन अमरिंदर सिंह सीएम चेहरा होंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह तय करना पार्टी आलाकमान का काम है.
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने ट्विटर पर दोनों नेताओं के एक साथ फोटो साझा किया जो उनके बीच संबंधों में सुधार आने का संकेत हैं. समझा जाता है कि इस बैठक में अमृतसर पूर्व के विधायक की मंत्रिमंडल में वापसी पर चर्चा हुई. लेकिन इस बारे में अबतक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
सिद्धू पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के साथ मोहाली के सिसवान में इस फार्महाउस पर गये थे. उनसे जब स्थानीय निकाय विभाग वापस ले लिया गया था तब उन्होंने 2019 में मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. पिछले कुछ समय से दोनों नेताओं के बीच संबंध ठीक नहीं थे.
तब से उन दोनों के बीच यह दूसरी बैठक है. पहली बैठक नवंबर में हुई थी और इसे मुख्यमंत्री द्वारा संबंध सुधारने की दिशा में उठाये गये एक कदम के रूप में देखा गया था. पार्टी नेताओं ने बताया कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व सिद्धू को उनके इस्तीफे के बाद से ही पुनर्वास की कोशिश में जुटा है.
पंजाब मामलों के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत उन्हें अहम पद देने पर दबाव बना रहे हैं. सिद्धू दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे. वैसे सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने की भी चर्चा है.