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Farmers Protest: पंजाब में किसानों ने दूसरे दिन भी रेलवे ट्रैक रखा जाम, 165 ट्रेनें प्रभावित

कृषि ऋण की पूर्ण माफी और कृषि कानूनों के आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजन को मुआवजे की मांग को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने मंगलवार को दूसरे दिन पंजाब में विभिन्न स्थानों पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया. इससे 156 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई.

Punjab Farmers Rail Roko Andolan (फोटो- PTI) Punjab Farmers Rail Roko Andolan (फोटो- PTI)
aajtak.in
  • फिरोजपुर ,
  • 22 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 6:59 AM IST
  • कर्जमाफी, मुआवजा व मुकदमे वापसी की मांग
  • मांगें पूरी न होने तक चलेगा आंदोलन- किसान नेता

कृषि ऋण की पूर्ण माफी और कृषि कानूनों के आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजन को मुआवजे की मांग को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने मंगलवार को दूसरे दिन पंजाब में विभिन्न स्थानों पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया. इससे 156 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई. फिरोजपुर मंडल के रेलवे अधिकारियों के अनुसार, 84 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. 47 शॉर्ट टर्मिनेट और 25 शॉर्ट-ऑरिजिनल ट्रेनों को रद्द कर दिया गया.

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एजेंसी के अनुसार, किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने सोमवार को आंदोलन की शुरुआत करते हुए पूर्ण कर्जमाफी, साल भर से चले आ रहे कृषि कानून वापसी की मांग को लेकर आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा, उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की वापसी की मांग की.

किसान फसलों में हुए नुकसान के लिए प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा, गन्ना फसल का बकाया भुगतान जारी करने और ठेका व्यवस्था खत्म करने की भी मांग कर रहे हैं.

किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि वे मांगें पूरी होने तक धरना खत्म नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि 28 सितंबर को एक बैठक के दौरान, हमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा आश्वासन दिया गया था, लेकिन राज्य सरकार बाद में पीछे हट गई. चार स्थानों पर किसान धरने पर बैठे हैं. हम तीन और साइटों पर विरोध शुरू करेंगे. 

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किसान इस समय फिरोजपुर, तरनतारन, अमृतसर और होशियारपुर में अलग-अलग जगहों पर रेलवे ट्रैक पर बैठ कर बैठ गए हैं. इस बीच किसानों के एक समूह ने लुधियाना में उपायुक्त (डीसी) के कार्यालय के बाहर धरना दिया. प्रदर्शनकारी किसानों ने डीसी वरिंदर कुमार शर्मा और उनके कर्मचारियों को दोपहर के भोजन के लिए बाहर नहीं जाने दिया. डीसी अंतत: शाम करीब साढ़े पांच बजे सुरक्षा घेरे में अपने कार्यालय से निकले.

भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहन) के वरिष्ठ नेता परमजीत सिंह घ्लोटी ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा न करने के खिलाफ हम आंदोलन कर रहे हैं. सरकार किसानों को बेवकूफ बना रही है. उन्होंने कहा कि धरना बुधवार को भी जारी रहेगा.

उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगों में कर्ज न चुकाने पर आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा और गन्ने के लिए 360 रुपये प्रति क्विंटल शामिल है.

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