
पंजाब में लंबे समय से चल रहे ड्रग्स मामले में चरणजीत सिंह चन्नी सरकार ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए शिरोमणि अकाली दल के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी. पंजाब पुलिस ने ड्रग्स मामले में एसटीएफ की जांच रिपोर्ट के आधार पर मजीठिया के खिलाफ केस फाइल किया है. पंजाब में ड्रग्स मामले को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू लगातार हमलावर थे और कार्रवाई की मांग कर रहे थे. ऐसे में अब कार्रवाई के बाद सिद्धू ने ट्वीट करके साफ कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
अपनी पार्टी के सीनियर नेता और रिश्ते में सुखबीर बादल के साले लगने वाले बिक्रम सिंह मजीठिया पर एफआईआर दर्ज होने के बाद अकाली दल खुलकर बचाव में सामने आ गया. अकाली दल के नेताओं प्रेम सिंह चंदूमाजरा, दलजीत सिंह चीमा और महेश इंदर ग्रेवाल ने चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस करके पंजाब सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और मजीठिया को गिरफ्तार करने के लिए चैलेंज कर डाला. इन नेताओं ने कहा कि राजनीतिक द्वेष के चलते ही यह कार्रवाई की गई है. वहीं, दूसरी ओर 5 बार के मुख्यमंत्री और अकाली दल के सीनियर लीडर प्रकाश सिंह बादल ने भी इसे राजनीतिक द्वेष की कार्रवाई करार दिया और कहा कि अगर पंजाब सरकार चाहे तो उन्हें भी गिरफ्तार करके ले जा सकती है.
BJP अध्यक्ष का मिला साथ
मुकदमा दर्ज होने के बाद अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को पंजाब प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा का साथ जरूर मिला. नवजोत सिंह सिद्धू का नाम लिए बिना अश्विनी शर्मा ने सिद्धू की ओर इशारा करते हुए पंजाब सरकार को कहा, किसी व्यक्ति के अहंकार को शांत करने के लिए राजनीति से प्रेरित कोई दबाव राज्य सरकार पर नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नशे के कारोबारियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, लेकिन मुझे देश के संविधान के ऊपर विश्वास है, जो दोषी होगा देश का कानून उसको जरूर सजा देगा.
AAP ने बताया पॉलीटिकल स्टंट
आम आदमी पार्टी के पंजाब के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर दर्ज की गई FIR के मामले पर कहा, कांग्रेस के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी एक स्टंटमैन है जो कि पॉलीटिकल स्टंट करते रहते हैं और बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ जो कार्रवाई चुनाव से चंद दिनों पहले की गई है, ये भी महज एक पॉलीटिकल स्टंट है. चड्ढा ने सवाल उठाया कि कार्यवाही पहले क्यों नहीं की गई? जबकि FIR के मुताबिक साल 2004 से 2014 तक बिक्रम सिंह मजीठिया पर ड्रग्स कारोबार करने के आरोप हैं.
कानून के मुताबिक की जाएगी गिरफ्तारी
इस पूरे मामले को लेकर पंजाब पुलिस ने तो चुप्पी साध ली है, लेकिन पंजाब सरकार के दो डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी अपनी पार्टी का बचाव करने के लिए सामने आए और मजीठिया पर हुई कार्रवाई को कानून के तहत की गई कार्यवाही करार दिया. पंजाब के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने को कानून की प्रक्रिया के तहत की गई कार्रवाई बताया. रंधावा ने कहा कि इस FIR में किसी भी तरह का सरकार का दखल नहीं है और पॉलीटिकल वेंडेटा जैसी भी कोई बात नहीं है और गिरफ्तारी भी कानून के मुताबिक की जाएगी.
मजीठिया अंडरग्राउंड
एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही बिक्रम सिंह मजीठिया अंडरग्राउंड हैं और उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब पुलिस की और से मिली सिक्योरिटी को भी खुद से अलग कर दिया है. हालांकि, पंजाब सरकार दावा कर रही है कि जल्द ही मजीठिया को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा. जबकि अकाली दल भी चैलेंज कर रहा है कि सरकार मजीठिया को गिरफ्तार करके दिखाएं. कुल मिलाकर चुनावों से पहले हो रहे इस राजनीतिक घटनाक्रम ने सूबे की राजनीति में सियासी बवाल ला दिया है.