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पंजाबः कांग्रेस का चुनावी मेनिफेस्टो लॉन्च करने वाले किसान का ही कर्ज नहीं हुआ माफ

कर्जमाफी के सीजन में सूबे के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उस किसान को ही भूल गए, जिसने विधानसभा चुनाव से पहले 12 अक्टूबर 2016 को कांग्रेस के चुनावी मैनिफेस्टो की मुहीम "कर्ज कुर्की खत्म, फसल की पूरी रकम" की शुरुआत की थी.

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह
राम कृष्ण/सतेंदर चौहान
  • गुरदासपुर,
  • 05 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 5:30 AM IST

पंजाब की कांग्रेस सरकार कर्जमाफी को लेकर किसानों को राहत देने के नाम पर खुद अपनी पीठ थपथपा रही है और आज तीसरा कर्जमाफी का समागम करने जा रही है, लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उस किसान को ही भूल गए, जिसने विधानसभा चुनाव से पहले 12 अक्टूबर 2016 को कांग्रेस के चुनावी मैनिफेस्टो की मुहीम "कर्ज कुर्की खत्म, फसल की पूरी रकम" की शुरुआत की थी.

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यह किसान जिला गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक का रहने वाला बोध सिंह है, जिसके घर चुनाव से पहले खुद कैप्टन अमरिंदर सिंह पहुंचे थे और किसान बोध सिंह से कर्ज माफी का फार्म भरवाया था. उन्होंने इस किसान से कांग्रस की सरकार बनने पर पूरा कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी बोध सिंह का कर्ज अभी तक माफ नहीं हुआ है. उनका परिवार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से अपील कर रहा है कि उन्होंने चुनाव से पहले जो वादा किया था, उसको जल्द से जल्द पूरा करें.

पांच अप्रैल को गुरदासपुर में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह सूबे के किसानों के कर्जमाफी को लेकर बड़ा समारोह करने जा रहे हैं. इस समारोह में सूबे के छह जिलों के किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे. वहीं, गुरदासपुर के गांव कोटली सूरत मल्ही निवासी किसान बोध सिंह का कहना है कि सूबे के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह चुनाव के दौरान किए गए अपने वादे को भूल गए हैं. गुरुवार को जिले में होने वाले कर्जमाफी समारोह के लिए उनके पास कोई आमंत्रण नहीं आया है.

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बोध सिंह ने बताया कि उनके पास महज 31 कनाल खेती की जमीन है, जिसको गिरवी रखकर उन्होंने पंजाब ग्रामीण बैंक से खेतीबाड़ी करने के लिए कर्ज लिया था. बोध सिंह का कहना है कि उनके ऊपर करीब पांच लाख रुपये का कर्ज है.

उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2016 में खुद अमरिंदर सिंह उनके घर आए और कर्जमाफी का वादा कर फार्म भी भरवाया था, लेकिन अभी भी उनका कर्ज माफ नहीं हुआ. उधर, गुरदासपुर में कर्जमाफी को लेकर होने जा रहे समारोह की जानकारी देते हुए एडीसी विजय स्याल ने बताया कि समारोह में छह अलग-अलग जिलों के करीब 35 हजार किसानों के 50 करोड़ रुपये के कर्ज माफ करने का ऐलान किया जाएगा. इस दौरान किसानों को सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे.

उन्होंने बताया कि जिला गुरदासपुर के करीब 7,798 किसान है, जिनके कर्ज माफ किए जाएंगे, लेकिन किसान बोध सिंह का नाम उनकी इस लिस्ट में नहीं है. एडीसी का कहना है कि शायद बोध सिंह का नाम किसी अगली कैटेगरी में शामिल किया गया हो. उन्होंने यह भी कहा कि यह लाभ सभी किसानों को होने वाला है. किसानों को कुछ समय का इंतजार करना होगा.

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