
पंजाब के डेरा बाबा नानक में करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखने से पहले एक विवाद खड़ा हो गया है. पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और सुखजिंदर रंधावा ने आधारशिला के कार्यक्रम को केंद्र सरकार का जल्दबाजी में लिया गया फैसला करार दिया है.
केंद्र सरकार ने आनन-फानन में लिया फैसला
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने 28 नवंबर को आधारशिला रखने का कार्यक्रम तय कर दिया है. इसी वजह से आनन-फानन में केंद्र सरकार ने 26 नवंबर को ही पंजाब सरकार को आधारशिला का कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दे दिया. जबकि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया जिसे इस कॉरिडोर को बनाना है, उसे अब तक ये ही नहीं पता कि ये कॉरिडोर कहां से निकाला जाएगा और इस कॉरिडोर की आधारशिला कहां रखी जाएगी.
पंजाब सरकार को नहीं कार्यक्रम की पूरी जानकारी
फिलहाल डेरा बाबा नानक में जहां दूरबीन लगी है, वहां से करीब 2-3 किलोमीटर दूर गांव मान में सरकारी कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारियां चल रही हैं. पंजाब सरकार के मंत्रियों के हिसाब से आधारशिला का पत्थर भी यहीं रखा जाएगा. पंजाब के कैबिनेट मिनिस्टर तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के अनुसार अब तक पंजाब सरकार को ये भी नहीं बताया गया कि मंच पर किन-किन वीवीआईपी लोगों को बिठाया जाएगा और मंच से कौन-कौन बोलेगा. तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के मुताबिक लोकल विधायक और सांसद को भी मंच पर बिठाना होगा. इसके अलावा पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्री भी मंच पर बैठेंगे. इस कार्यक्रम में नितिन गडकरी के आने की भी चर्चा है, ऐसे में उपराष्ट्रपति के साथ मंच पर कौन बैठेगा और मंच से कौन संबोधित करेगा ये अब तक साफ नहीं हुआ है.
हरसिमरत कौर का बायकॉट करेगा सिख संत समाज
तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि सिख जत्थेबंदियों और सिख संत समाज के लोगों ने ऐतराज जताया है कि अगर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल मंच से संबोधित करेंगी तो वो कार्यक्रम का बायकॉट करेंगे. तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के मुताबिक गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों की जांच करने वाले जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में बादल परिवार का नाम आने की वजह से सिख संत समाज नाराज है.
NHAI ने साधी चुप्पी
पंजाब के डेरा बाबा नानक में करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के कार्यक्रम को जल्दबाजी और शिलान्यास की जगह तक पंजाब सरकार के मंत्रियों के सवाल पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी NHAI ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है. NHAI के चीफ सतीश रंजन ने शिलान्यास को लेकर पूछे गए सवालों पर पूरी तरह से चुप्पी साध ली. उन्होंने ये भी नहीं बताया कि आखिरकार ये आधारशिला का पत्थर भारत-पाक सीमा के करीब कहां रखा जाएगा.
क्या मंच पर बैठेंगे सुखबीर सिंह बादल?
वहीं दूसरी ओर विवाद अकाली दल के प्रधान और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के सरकारी कार्यक्रम के मंच साझा करने को लेकर भी है. पंजाब सरकार के मंत्रियों के मुताबिक पहले दो मंच लगाए जाने की तैयारी हो रही थी क्योंकि कांग्रेस के नेता और सरकार के मंत्री सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर बादल के साथ मंच साझा करना नहीं चाहते हैं. लेकिन बाद में कैप्टन अमरिंदर सिंह के दखल के बाद अब एक ही मंच तैयार किया जा रहा है. क्या सुखबीर बादल इस मंच पर बैठेंगे? इसको लेकर अब पंजाब सरकार के मंत्रियों का कहना है कि ये कैप्टन अमरिंदर सिंह को तय करना है लेकिन अगर सुखबीर बादल, हरसिमरत कौर बादल मंच पर रहे तो ऐसे में सिख समाज के लोग कार्यक्रम का बायकॉट कर सकते हैं और कार्यक्रम में कुछ भी गलत हो सकता है.