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एक अरसे से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता का कारण बन रही खालिस्तान समर्थकों और कश्मीरी उग्रवादियों की जुगलबंदी पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में चल रहे शहीदी जोड़ मेले के दौरान साफ देखने को मिली.
प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक राजनीतिक संगठन शिरोमणि अकाली दल अमृतसर द्वारा प्रकाशित की जाने वाली पत्रिका वंगार (चुनौती) ने अपने अगस्त माह के अंक में कई भड़काऊ रचनाएं प्रकाशित की हैं, जिनमें खालिस्तान की आजादी, आईएसआईएस और 2016 में सेना की कार्रवाई में मारे गए कश्मीरी उग्रवादी बुरहान वानी पर दो लेख प्रकाशित कर उसे कश्मीर की आजादी का हीरो बताया गया है.
फतेहगढ़ के मेले में विवादित पत्रिका वंगार के अलावा कई दूसरी भड़काऊ चीजें जिनमे जरनैल सिंह भिंडरांवाले की तस्वीरें, टी शर्ट्स आदि भी धड़ल्ले से बेचा जा रहा है. उससे भी ज्यादा शर्मनाक बात ये है कि ये सब प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है. इस मामले पर जब अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने भड़काऊ साहित्य की बिक्री पर अनभिज्ञता जाहिर की.
गौरतलब है कि 8 मई, 2016 को घाटी में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में हिज्बुल आतंकी बुरहान मारा गया था. उसकी मौत के बाद वहां हिंसा भड़क उठी थी और महीनों तक घाटी का माहौल खराब रहा था. मुठभेड़ में मारा गया 10 लाख का इनामी हिजबुल आतंकी बुरहान वानी सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव था. उसने सोशल मीडिया के जरिए ही युवाओं को अपना फैन बनाया था.
पंजाब में एक बार फिर खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों की गतिविधियां बढ़ गई हैं. इस साल मई माह में पंजाब पुलिस और BSF ने संयुक्त ऑपरेशन में अमृतसर के पास अजनाला से दो खालिस्तानी आतंकियों को पाकिस्तान से आए हथियारों की डिलीवरी लेते हुए गिरफ्तार किया था. पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस विंग और मोहाली पुलिस ने साझा ऑपरेशन में खालिस्तान जिंदाबाद नाम के एक नए टेरर मॉड्यूल का भी खुलासा किया था.