
लुधियाना बम धमाका मामले में पंजाब पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां उन सभी लोगों से पूछताछ कर रही है जिनपर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से धमाके में जुड़े होने का आरोप है. बता दें कि ब्लास्ट में इसके मुख्य आरोपी गगनदीप की मौत हो गई थी.
पुलिस, लुधियाना सेंट्रल जेल के दो कैदियों से भी पूछताछ कर रही है जबकि आरोपी गगनदीप की पूर्व सहयोगी और उसकी कथित पुलिसकर्मी दोस्त कमलजीत कौर को भी गिरफ्तार किया गया है.
गगनदीप के कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि बम विस्फोट में मारे जाने से एक दिन पहले उसने कमलजीत कौर को आखिरी बार फोन किया था. उसने न तो अपनी पत्नी को और न ही परिवार के किसी अन्य सदस्य को फोन किया था. लुधियाना कोर्ट में विस्फोट की सूचना मिलने पर उसकी मां ने उसे फोन करने की कोशिश की थी.
कमलजीत कौर फिलहाल एसपी ऑफिस में टाइपिस्ट के पद पर तैनात हैं. वो खन्ना सिटी थाने में 2015 से 2017 के बीच में तैनात थी जहां गगनदीप मुंशी था. गगनदीप की मौत के बाद उसकी पत्नी सहित परिवार के सदस्यों ने इस बात से इनकार किया है कि उनके बीच तनावपूर्ण संबंध थे.
जानकारी के मुताबिक उसकी पत्नी उसी घर में रह रही थी जहां आरोपी और परिवार के अन्य सदस्य रहते थे. पत्नी ने पुलिस को बताया है धमाके से तीन दिन पहले उसे खन्ना थाने में दोपहिया वाहन से छोड़ा था.
गगनदीप ने अपनी सात साल की बेटी से कहा था कि वह एक केस का सामना कर रहा है और उसे 'खत्म' करके घर लौट आएगा. पत्नी ने जांच एजेंसियों को यह भी बताया है कि वह अपने केस को लेकर नाराज था. पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि वह लुधियाना कोर्ट के रिकॉर्ड रूम को नष्ट करना चाहता था जहां उसके मामले से संबंधित दस्तावेज रखे गए थे.
पुलिस फिलहाल आरोपी गगनदीप की पत्नी, भाई और कमलजीत कौर से पूछताछ कर रही है. लुधियाना ब्लास्ट में आईएसआई कनेक्शन की भी जांच हो रही है और इससे जुड़े हुए तीन कैदियों से पूछताछ हो रही है.
पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि लुधियाना बम विस्फोट की साजिश ISI ने खालिस्तानी आतंकी समूहों और जेल में बंद तीन अपराधियों के गठजोड़ से तो नहीं रची गई थी.
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