
पंजाब में केंद्र और राज्य के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. भगवंत मान के जर्मनी दौरे के विवाद के बाद अब विदेश मंत्रालय ने पंजाब के केबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा के जर्मनी दौरे को भी अनुमति नहीं दी है. जर्मनी जाने वाले लोगों की लिस्ट से पंजाब का नाम निकाल दिया गया है. इस पर मंत्री अमन अरोड़ा का कहना है कि वो पंजाब में पर्यावरण को बचाने के लिए यूरोप के कई देशों में जा रहे थे. लेकिन केंद्र सरकार को पंजाब से दुश्मनी हो रही है और पंजाब का विकास उनको चुभ रहा है. यही वजह है कि उनको विदेश मंत्रालय ने जर्मनी जाने से रोका है.
विपक्षी नेताओं के प्रस्तावित सरकारी विदेशी दौरों को खारिज करने के केंद्र सरकार के फैसलों के विवाद के बाद विदेश मंत्रालय के साथ एक और विवाद जुड़ गया है. अब पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा को अपने एक सरकारी कार्यक्रम में जर्मनी समेत यूरोप के देशों में जाने की अनुमति नहीं दी गई. विदेश मंत्रालय ने लिस्ट से उनका हटा दिया है. जबकि केंद्र सरकार के फाइनांस और इकोनॉमिक डिपार्टमेंट के पत्र में जर्मन जाने के लिए मंत्री अमन अरोड़ा का नाम पैनल के 12वे नंबर पर डाला गया था.
अमन अरोड़ा ने केंद्र पर साधा निशाना
पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने ग्रीन हाईड्रोजन को लेकर जर्मनी, बेल्जियम और नीदरलैंड दौरे के लिए मंजूरी नहीं दिए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. अमन अरोड़ा ने विदेश दौरे के लिए पॉलिटिकल क्लीयरेंस नहीं देने के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि बीजेपी, आम आदमी पार्टी से राजनीतिक तौर पर इतना असुरक्षित क्यों महसूस कर रही है जो उसे विदेश दौरे के लिए मंजूरी देने से इनकार करने जैसी चाल का सहारा लेना पड़ रहा है. अमन अरोड़ा ने अरविंद केजरीवाल को सिंगापुर दौरे की मंजूरी नहीं दिए जाने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी देश के राजनीतिक नक्शे से बीजेपी का सफाया करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
पंजाब सरकार के मंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी को विपक्षी दल का नेता होने के बावजूद संयुक्त राष्ट्र जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सौंपे जाने की भी याद बीजेपी को दिलाई. गौरतलब है कि केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने इस दौरे के लिए अमन अरोड़ा के नेतृत्व में 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को इजाजत दे दी थी. विदेश मंत्रालय ने इस दौरे के कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी.
जानकारी के मुताबिक मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर के पत्र में यहां से अमन अरोड़ा को पॉलिटिकल क्लियरेंस मिली थी. उस लिस्ट में सिर्फ 12 लोगों के नामों को ही क्लियरेंस मिली थी. मंत्री अमन अरोड़ा का आरोप है कि अब उनका नाम लिस्ट से गायब कर दिया गया है. जिससे उनकी विदेश जाने की प्लानिंग धरी रह गई है. अमन अरोड़ा को जर्मनी और नीदरलैंड में रिन्यूएबल एनर्जी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाना था.