
पंजाब सरकार में ऊर्जा मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपना इस्तीफा भेज दिया. टि्वटर पर सिद्धू ने लिखा, 'आज मैंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री पंजाब को भेज दिया है, जो उनके सरकारी आवास पर पहुंचाया गया है.'
इस मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'मेरी जानकारी में आया है कि मेरे घर के पते पर डिलीवर किया गया है लेकिन मैंने अभी तक देखा नहीं क्योंकि मैं दिल्ली में हूं. मैंने तेरह मंत्रियों के पोर्टफोलियो चेंज किए, उनमें से सिद्धू का भी है.'
10 जून को राहुल गांधी के पास भेजा इस्तीफा
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच विवाद रविवार को उस समय और गहरा गया जब सिद्धू ने बिजली और नए और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया. क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने अपने इस्तीफे में लिखा, "मैं पंजाब मंत्रिमंडल के मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं." टि्वटर पर अपना इस्तीफा पोस्ट करते हुए सिद्धू ने ट्वीट किया, "मेरा इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी के पास 10 जून 2019 को पहुंच गया था."
छह जून को मंत्रिमंडल के पुनर्गठन में सिद्धू से स्थानीय सरकार और पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों का विभाग लेकर उन्हें बिजली और नए और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्रालय दे दिया था. सिद्धू ने हालांकि अपने नए मंत्रालय प्रभार को संभालने से इनकार कर दिया था. दस जून को नई दिल्ली में उन्हें कांग्रेस नेताओं- राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अहमद पटेल से मुलाकात कर उन्हें बताया था कि लोकसभा में पार्टी की हार के लिए उन पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया गया. उसके बाद से वह एकांतवास में चले गए थे.
उनकी गैर मौजूदगी में अमरिंदर सिंह ने 10 जून को बिजली की कमी से संबंधित कई अहम फैसले लिए क्योंकि राज्य में इससे धान की फसल की बुवाई प्रभावित हो रही थी.