Advertisement

मगध यूनिवर्सिटी की फेक डिग्री से मोहाली के कॉलेज में कर रही थी नौकरी, प्रमोशन भी मिला... ऐसे खुली पोल

जांच के दौरान ब्यूरो को पता चला कि महिला प्रिंसिपल की डिग्री नकली है. इसके बाद नौकरी और पदोन्नति पाने के लिए कथित तौर पर फर्जी डिग्री प्रमाणपत्र पेश करने के लिए कौर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और विजिलेंस ब्यूरो ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • चंडीगढ़,
  • 18 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने फर्जी डिग्री मामले में मोहाली के एक सरकारी स्कूल की महिला प्रिसिंपल को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि महिला प्रिंसिपल ने नौकरी और प्रमोशन हासिल करने के लिए फर्जी डिग्री पेश की थी. जानकारी के मुताबिक परमजीत कौर मोहाली के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रिंसिपल थीं.

विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि परमजीत कौर ने सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए बिहार के गया में मगध विश्वविद्यालय की एम. कॉम की डिग्री पेश की थी. डिग्री सत्यापित नहीं थी. इसलिए डिग्री जमा होने के बाद उसके खिलाफ सतर्कता जांच की गई.

Advertisement

जांच में सामने आई फर्जीवाड़े की बात

जांच के दौरान ब्यूरो को पता चला कि महिला प्रिंसिपल की डिग्री नकली है. इसके बाद नौकरी और पदोन्नति पाने के लिए कथित तौर पर फर्जी डिग्री प्रमाणपत्र पेश करने के लिए कौर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और विजिलेंस ब्यूरो ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

पकड़ा गया था फर्जी मार्कशीट गिरोह

मार्कशीट फर्जीवाड़े के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं. हाल ही में (15 जुलाई) नोएडा पुलिस ने फर्जी मार्कशीट बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था. गिरोह किसी भी यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री और मार्कशीट उपलब्ध करा दिया करता था. इनके कब्जे से अलग-अलग राज्यों के शैक्षणिक संस्थानों की फर्जी मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, एडमिट कार्ड और कैरेक्टर सर्टिफिकेट सहित मार्कशीट छापने वाले प्रिंटर और अन्य मशीनें बरामद हुए थे.

मिली थी 30 संस्थानों की मार्कशीट

Advertisement

एडिशनल डिसीपी सेंट्रल नोएडा राजीव दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया था कि पुलिस कमिश्नरेट ने अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना सेक्टर 63 पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और अन्य प्रमाणपत्र बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इसमें से 2 आरोपी मूलतः गौतमबुद्ध नगर के ही रहने वाले थे. इनमें से एक आरोपी को पहले भी ऐसे ही मामले में एसटीएफ गिरफ्तार चुकी थी. आरोपियों के कब्जे से 30 अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों के मार्कशीट, माइग्रेनशन सर्टिफिकेट, डिग्रियां, प्रिंटिंग मशीन और अन्य सामान बरामद हुआ था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement