
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह मंगलवार को लुधियाना की एक स्थानीय अदालत में पेश हुए. मानहानि मामले में कोर्ट में उनकी पेशी हुई.
अकाली दल बादल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने संजय सिंह के ऊपर मानहानि का दावा कर रखा है, जिस सिलसिले में उन्हें लुधियाना की एक अदालत में पेश होना पड़ता है. अदालत ने पेश ना होने की सूरत में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिए थे. इसी सिलसिले में सात सितंबर यानी मंगलवार को वह अदालत में पेश हुए.
यहां अदालत ने उन्हें जमानत देते हुए अगली तारीख 17 सितंबर दी है. पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय सिंह ने कहा कि उनके दादाजी की तेहरवीं थी जिस वजह से वह अदालत में हाजिर नहीं हो पाए थे.
जब उनसे बार-बार यह पूछा गया कि क्या भगवंत मान उनकी पार्टी से नाराज चल रहे हैं तो उन्होंने टालमटोल करते हुए कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है और पार्टी ही इस पर कोई निर्णय लेगी. उन्होंने किसानों के समर्थन में भी बोलते हुए यह कहा कि जो लोग किसानों की हड्डियां तक तोड़ रहे हैं अगर इस एवज में उन्होंने राज्यसभा में माइक तोड़ दिया तो क्या बड़ी बात है.
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गौरतलब है कि लुधियाना जिला अदालत ने शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया मानहानि मामले में आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह के गिरफ्तारी के ऑर्डर जारी किए थे. इस केस में संजय सिंह के पेश नहीं होने पर वारंट जारी किया गया था. वारंट जारी होने के बाद उन्हें अदालत में खुद पेश होना था या पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती थी. संजय सिंह लंबे समय से अदालत में पेश नहीं हो रहे थे. हालांकि वह मंगलवार को खुद अदालत में पेश हुए.