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AAP विधायक मारपीट मामला: आरोपी बोला- पैसों के लिए करता था तंग

अकाली दल ने भी मांग की कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि आम आदमी पार्टी का विधायक हर दूसरे दिन पंजाब के रोपड़ में उस जगह पर क्यों जाता था जहां पर रेत खनन का काम चलता था. अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने मांग की कि आम आदमी पार्टी के विधायक पर हमला करने वाला भी आम आदमी पार्टी से जुड़ा व्यक्ति है ऐसे में ये मामला अवैध खनन की बजाय पैसों के लेन-देन का ज्यादा लगता है और इस मामले में विधायक के रोल की भी जांच होनी चाहिए.

आरोपी अजविंदर सिंह आरोपी अजविंदर सिंह
देवांग दुबे गौतम/सतेंदर चौहान
  • चंडीगढ़,
  • 22 जून 2018,
  • अपडेटेड 7:24 PM IST

पंजाब के रोपड़ में आम आदमी पार्टी के विधायक पर हमले के मामले में लगातार राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और नये खुलासे होने का सिलसिला जारी है. विधायक पर हमला करने करने वाले आरोपी अजविंदर सिंह ने कहा कि विधायक अमरजीत सिंह संदोआ पैसों के लिए उसे तंग-परेशान करता था इसलिए उससे विवाद हो गया.

अवजिंदर सिंह ने एक वीडियो जारी करके कहा कि वो खुद आम आदमी पार्टी समर्थक है और अमरजीत सिंह को विधायक बनाने में उसने काफी अहम रोल निभाया है. अवजिंदर सिंह ने कहा कि अब यही विधायक लगातार उन्हें तंग कर रहा है और पैसा मांगता रहता है.  

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अवजिंदर सिंह ने कहा कि वो और उसके कुछ अन्य साथी कानूनी तौर पर रेत खनन का काम करते हैं और क्रैशर चलाते हैं लेकिन आए दिन आम आदमी पार्टी विधायक अमरजीत सिंह कभी खुद तो कभी अपने स्टाफ के जरिए उन्हें तंग करता रहता है और पैसे मांगता है.

अवजिंदर सिंह ने कहा कि वो पहले कई बार एक-एक लाख रूपये विधायक अमरजीत सिंह को दे चुका है लेकिन विधायक और उसका स्टाफ लगातार पैसे मांगता रहता है. विधायक की ओर से उनको कहा जाता है कि विधायक की सैलरी से उनका खर्च पूरा नहीं होता और ऐसे में अगर उन्हें रेत खनन का काम इस इलाके में करना है तो उन्हें विधायक और उसके स्टाफ को पैसे देने होंगे.

अकाली दल ने भी मांग की कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि आम आदमी पार्टी का विधायक हर दूसरे दिन पंजाब के रोपड़ में उस जगह पर क्यों जाता था जहां पर रेत खनन का काम चलता था. अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने मांग की कि आम आदमी पार्टी के विधायक पर हमला करने वाला भी आम आदमी पार्टी से जुड़ा व्यक्ति है ऐसे में ये मामला अवैध खनन की बजाय पैसों के लेन-देन का ज्यादा लगता है और इस मामले में विधायक के रोल की भी जांच होनी चाहिए.

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पंजाब सरकार भी इस पूरे मामले में विधायक अमरजीत सिंह के रेत खनन से जुड़े लोगों के साथ संबंधों की जांच करवाने के मूड में है. पंजाब के अमृतसर से विधायक और पंजाब कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार वेरका ने कहा कि जिस तरह से वीडियो में विधायक पर हमला करने वाला शख्स बार-बार विधायक पर पैसे मांगने का आरोप लगा रहा है और विधायक का कई बार रेत खनन की साइट पर जाना कई सवाल खड़े करता है और पंजाब सरकार इस पूरे मामले में विधायक के रोल की भी जांच करवाएगी. हालांकि राजकुमार वेरका ने कहा कि विधायक पर हमले की घटना एक गंभीर मामला है और एक जन-प्रतिनिधि पर हुए हमले के मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

वहीं अपने विधायक पर रेत खनन से जुड़े लोगों के साथ सांठगांठ और पैसे के लेनदेन को लेकर लग रहे आरोपों पर पंजाब आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया. पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष सुखपाल खैहरा ने कहा कि मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए उनके विधायक पर इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं और वो इस तरह के आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं.

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हालांकि पंजाब में आम आदमी पार्टी अभी भी अपने विधायक पर हुए हमले के मामले में एग्रेसिव होने की कोशिश कर रही है और पूरे पंजाब में अलग-अलग जगहों पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया और पंजाब की कानून-व्यवस्था को खस्ताहाल बताते हुए पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के पुतले फूंके. भले ही आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतर कर इस पूरे मामले में एग्रेसिव होने की कोशिश कर रही हो लेकिन आम आदमी पार्टी के विधायक पर हमले के जो वीडियो गुरुवार को सामने आए थे उसके बाद आम आदमी पार्टी ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर रेत खनन माफिया पर लगाम लगाने में विफल होने और प्रदेश की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चौपट होने जैसे आरोप लगाए थे. लेकिन अब जिस तरह से आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह पर ही रेत खनन माफिया से सांठगांठ होने और पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद होने के बाद मारपीट हो जाने के आरोप लग रहे हैं उसके बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी बैकफुट पर आ गई है.

इसी मामले में  पंजाब सरकार को इलाके के एसडीएम ने पूरी रिपोर्ट बनाकर भेज दी है. जिसमें साफ कहा गया है कि जिस जगह पर माइनिंग हो रही है वह गैरकानूनी नहीं है बल्कि वह साइट माइनिंग विभाग द्वारा नीलम की गई थी और जितनी माइनिंग हुई है वह भी कानून के दायरे में यानी कि ढाई फीट तक हो रही है लिहाजा आम आदमी पार्टी को अब इस पूरे मामले में मुंह की खानी पड़ रही है.

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