
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी को मजबूत करने के लिए शुक्रवार को बड़े बदलावों की घोषणा की. पार्टी ने युवाओं, महिलाओं के साथ-साथ समाज के अन्य वर्गों को और अधिक स्थान देने का फैसला किया है. पार्टी में संगठनात्मक बदलाव के लिए केंद्रीय चुनाव निकाय का गठन किया गया है.
सुखबीर बादल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि पार्टी अपने मूल सिद्धांतों पर टिकी रहेगी, जिसमें संघीय ढांचे की आवश्यकता, समाज के सभी वर्गों और सभी धार्मिक लोगों में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव की आवश्यकता शामिल हैं. उन्होंने कहा कि अकाली दल करीब 102 साल पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है, जो लगातार गरीब, किसानों और मजदूरों की सेवा कर रही है.
बादल ने पंजाबियों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें समझना होगा कि कौन-सी पार्टियां उन्हें छोटे राजनीति के लिए विभाजित करना चाहती हैं. उन्होंने पार्टी द्वारा किए जा रहे परिवर्तनों के बारे में बताते हुए कहा कि पार्टी अगली पीढ़ी के नेताओं को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी, इसके लिए आगामी विधानसभा में 50 फीसदी सीटें 50 साल से कम उम्र के कार्यकर्ताओं के लिए आरक्षित की जाएंगी.
एक परिवार-एक टिकट पर चलेगी पार्टी
बादल ने कहा कि पार्टी में निर्णय लेने वाली कोर कमेटी में भी बदलाव किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि युवाओं, महिलाओं और समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधियों समेत नई पीढ़ी के कार्यकर्ताओं को शामिल करने के लिए कोर कमेटी का पुनर्गठन किया जाएगा. अकाली दल के नेता ने घोषणा की कि पार्टी अब एक परिवार एक टिकट के सिद्धांत का पालन करेगी. उन्होंने घोषणा की कि सरकार बनने पर जिला और राज्य दोनों स्तरों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को अध्यक्षता दी जाएगी और इन पदों के लिए सांसदों और विधायकों के परिवार के सदस्यों पर विचार नहीं किया जाएगा. उन्होंने यह भी घोषणा की कि अब से जिलाध्यक्ष चुनाव नहीं लड़ेंगे.
30 नवंबर तक पूरे होंगे संगठन में चुनाव
उन्होंने बताया कि केंद्रीय चुनाव निकाय की देखरेख में नए संगठनात्मक ढांचे के चुनाव 30 नवंबर तक पूरे हो जाएंगे. इसके लिए सभी निर्वाचन क्षेत्रों में 117 पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया जाएगा. इसके साथ ही बूथ स्तर पर कमेटी का गठन किया जाएगा, जो मंडल अध्यक्ष का चुनाव करेंगी और मंडल अध्यक्ष जिला अध्यक्ष का चुनाव करेंगे.
YAD, SOI का होगा पुनर्गठन
पार्टी संगठनों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए बादल ने घोषणा की कि युवा अकाली दल (YAD) और भारतीय छात्र संगठन (SOI) का पुनर्गठन किया जाएगा और सिख छात्र संघ को पुनर्जीवित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि YAD सदस्यों के लिए अधिकतम आयु 35 वर्ष होगी और अध्यक्ष को आयु में पांच वर्ष की छूट दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इसी तरह SOI और SSF सदस्यों की ऊपरी आयु केवल 30 वर्ष होगी और इन संगठनों में केवल छात्रों का ही नामांकन होगा.