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बेअदबी केस: अकाली नेताओं को गिरफ्तारी का अंदेशा, कहा- कोर्ट से लेकर सड़कों तक देंगे जवाब

पंजाब में साल 2015 में गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों के बाद हुई पुलिस फायरिंग को लेकर जांच का जिन्न एक बार फिर से चुनावों से चंद महीने पहले बोतल से बाहर आ चुका है.

सुखबीर बादल सुखबीर बादल
सतेंदर चौहान
  • चंडीगढ़,
  • 25 जून 2021,
  • अपडेटेड 10:26 PM IST
  • पंजाब में साल 2015 में गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला
  • सुखबीर बादल से पूछताछ करने जा रही SIT
  • घटना के समय डिप्टी सीएम थे अकाली दल के सुखबीर बादल

पंजाब में साल 2015 में गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों के बाद हुई पुलिस फायरिंग को लेकर जांच का जिन्न एक बार फिर से चुनावों से चंद महीने पहले बोतल से बाहर आ चुका है. मंगलवार को पंजाब के पूर्व सीएम और अकाली दल के सीनियर लीडर प्रकाश सिंह बादल से करीब 2 घंटे तक पूछताछ करने के बाद अब नवनियुक्त पंजाब पुलिस की SIT अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल से शनिवार को पूछताछ करने जा रही है. सुखबीर बादल इन घटनाओं के वक्त पंजाब के डिप्टी सीएम थे और गृह मंत्रालय भी उन्हीं के पास था. इसी वजह से उनसे ये पूछताछ की जानी है कि प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग किसके आदेश पर की गई. 

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इस पूछताछ से पहले अकाली दल ने आशंका जताई है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह चुनाव में जाने से पहले राजनीतिक फायदे के लिए बादल पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर सकते हैं और कांग्रेस आलाकमान के द्वारा उन पर ऐसा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है ताकि पंजाब में कांग्रेस राजनीतिक फायदा उठाकर सत्ता में वापसी कर सकें. अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो अकाली दल अदालत से लेकर सड़क तक इस पूरे मामले पर लड़ाई लड़ेगा.

वहीं इस पूरे मामले को लेकर सुखबीर बादल ने कहा कि वो SIT के द्वारा मिले नोटिस पर जांच में शामिल होंगे और उन्हें गिरफ्तारी को लेकर किसी तरह का कोई डर नहीं है. सुखबीर बादल ने कहा कि डरता वह है जिसने कुछ गलत किया हो, वो तो सिर्फ जांच में सहयोग करने के लिए SIT के सामने पेश हो रहे हैं. सुखबीर बादल ने कहा कि उन्हें गिरफ्तारी का कोई डर नहीं है और पंजाब की कांग्रेस सरकार सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए इस मामले को फिर से उठा रही है.

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पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि अकाली दल के नेताओं की इन बातों से साफ लगता है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है और अगर किसी ने कुछ गलत नहीं किया है तो उन्हें बेवजह इस जांच से डरना नहीं चाहिए और गिरफ्तारी का डर उन्हीं को होता है जिन्होंने इस तरह की कोई साजिश रची हो कुछ इसी तरह का बयान आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष हरपाल चीमा ने भी दिया है.

 

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