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पंजाब कैबिनेट में फेरबदल पर नहीं बन रही बात, क्या बेकार जाएगी सिद्धू-कैप्टन अमरिंदर की मुलाकात?

पंजाब कैबिनेट में रिशफलिंग की खबरों के बीच पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की अहम मुलाकात चंडीगढ़ स्थित पंजाब सेक्रेटेरिएट के सीएम कार्यालय में हुई. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान कैबिनेट में होने वाली संभावित रिशफलिंग को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना पक्ष कैप्टन के सामने रखा.

पंजाब कैबिनेट में रिशफलिंग को लेकर विवाद जारी (फोटो- आजतक) पंजाब कैबिनेट में रिशफलिंग को लेकर विवाद जारी (फोटो- आजतक)
सतेंदर चौहान
  • चंडीगढ़,
  • 27 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 8:38 PM IST
  • पंजाब कैबिनेट रिशफलिंग पर तकरार
  • कैप्टन अमरिंदर से मिले नवजोत सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलकर उन्हें एक चिट्ठी सौंपी है. उन्होंने कांग्रेस आलाकमान द्वारा पंजाब सरकार की कार्यप्रणाली को बेहतर करने के लिए बनाया गया 18-सूत्रीय कार्यक्रम भी याद दिलाया. सिद्धू ने अपनी चिट्ठी की पहली ही लाइन में लिखा कि पंजाब सरकार को आज मजबूत फैसले लेने की जरूरत है. सबको साथ लेकर चलने वाली लीडरशिप की जरूरत है. सिद्धू ने अपनी चिट्ठी में एक बार फिर वही तमाम मुद्दे उठाए जिन्हें लेकर वो पूर्व में अपनी ही पार्टी की सरकार को घेरते रहे हैं. 

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पंजाब कैबिनेट में रिशफलिंग की खबरों के बीच पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की अहम मुलाकात चंडीगढ़ स्थित पंजाब सेक्रेटेरिएट के सीएम कार्यालय में हुई. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान कैबिनेट में होने वाली संभावित रिशफलिंग को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना पक्ष कैप्टन के सामने रखा. वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह को बतौर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चिट्ठी सौंप दी और एक बार फिर से उन्हीं तमाम मुद्दों को उठाया, जिन्हें लेकर वो पूर्व में अपनी ही पार्टी की सरकार और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर सवाल उठाते रहे हैं. 

नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी चिट्ठी में कैप्टन को याद दिलाया कि कांग्रेस के केंद्रीय आलाकमान की ओर से पंजाब को लेकर जो 18-सूत्रीय कार्यक्रम तैयार किया गया है उसे पंजाब सरकार को जल्द ही लागू करना चाहिए और इसे लेकर मजबूत फैसले भी लेने चाहिए.

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दूसरी ओर पंजाब कैबिनेट में संभावित रिशफलिंग को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन खेमा बंटा हुआ नजर आया. सिद्धू खेमे से जुड़े विधायकों की ओर से कहा गया है कि अब कैबिनेट रिशफलिंग करने का वक्त नहीं है. बल्कि कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगना चाहिए.

और पढ़ें- पंजाब: सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार CM अमरिंदर से मिलने पहुंचे, मीटिंग जारी

दूसरी ओर कैप्टन खेमे ने पहले तो रिशफलिंग से जुड़ी खबरों को दबाने की कोशिश की लेकिन बाद में साफ कर दिया कि अगर किसी मंत्री की परफॉर्मेंस ठीक नहीं है तो ऐसे में रिशफलिंग करना गलत भी नहीं है. लेकिन कैबिनेट रिशफलिंग को लेकर अंतिम फैसला कैप्टन अमरिंदर सिंह ही करेंगे.

पंजाब कैबिनेट में रिशफलिंग कब और कैसे होगी इसको लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है लेकिन जिस तरह से पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और उनके साथ नियुक्त किए गए चार वर्किंग प्रेसिडेंट चुपचाप से इस सीएम से हुई मीटिंग के बाद मीडिया के सवालों से बच कर निकल गए ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस रिशफलिंग में नवजोत सिंह सिद्धू की चलेगी ऐसी संभावना बेहद ही कम है.

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