
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके लिए वह दोपहर करीब 3:50 बजे शाह के आवास पहुंचे और लगभग 40 मिनट की मुलाकात के बाद अपने काफिले के साथ रवाना हो गए. जानकारी के मुताबिक उन्होंने गृह मंत्री से पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन और ड्रग तस्करी समेत कई मुद्दों पर चर्चा की.
दोनों नेताओं के बीच पंजाब से सटी बॉर्डर सिक्योरिटी को और मज़बूत करने के लिए केंद्रीय और राज्य एजेंसियों में समन्वय को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान सीएम ने गृह मंत्री से कहा कि पाकिस्तान द्वारा ड्रग माफ़ियाओ को संरक्षण दिया जा रहा है. इसके अलावा उन्होंने पिछले दिनों पकड़े गए गैंगस्टर्स को लेकर भी गृह मंत्री के साथ चर्चा की.
जानकारी के मुताबिक सीएम ने चंडीगढ़ में पंजाब कैडर के SSP की जल्द तैनाती को लेकर भी गृह मंत्री से चर्चा की है. साथ ही रुके हुए ग्रामीण विकास फंड का मसला भी गृह मंत्री के आगे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रखा. शाह के आवास से निकलने के बाद सीएम भगवंत मान मीडिया से बातचीत किए बिना ही रवाना हो गए.
मुलाकात के बाद भगवंत मान ने किया ट्वीट
गृह मंत्री से मुलाकात के बाद भगवंत मान ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, "आज केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने के बाद सीमा पर ड्रोन और ड्रग्स के मुद्दे पर चर्चा की. सीमा पर कांटेदार तार को स्थानांतरित करने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई. पंजाब की रुकी हुई ग्रामीण विकास निधि को जल्द जारी करने को कहा है. केंद्र-पंजाब कानून और व्यवस्था के मुद्दे पर एक साथ काम करेगा."
पंजाब सरकार और राज्यपाल के बीच भी छिड़ी है जंग
बता दें कि पंजाब में लंबे समय से राज्यपाल बनाम सरकार की एक सियासी जंग छिड़ी हुई है. इस जंग की वजह है राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की भूमिका और सरकारी कामकाज में उनका हस्तक्षेप. पंजाब सरकार दावा कर रही है कि राज्यपाल को सरकार के अनुसार ही चलना होगा, लेकिन यहां पर उनके द्वारा सिर्फ काम में अड़ंगा डाला जा रहा है.
दूसरी तरफ राज्यपाल को मुख्यमंत्री भगवंत मान के जवाबों से आपत्ति है, उनकी भाषा पर कई तरह के सवाल उठाए गए हैं. हाल ही में जब तीन मार्च के लिए बजट सेशन शुरू करने की अनुमति मांगी गई तो राज्यपाल ने लीगल एडवाइस लेने की बात कर डाली. इसको लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा है.