
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसान आंदोलन का समाधान निकालने की अपील की है. शनिवार को उन्होंने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा है कि किसानों की जो भी मांग है उसका संतोषजनक समाधान निकाला जाए. पिछले तीन महीनों से उनका आंदोलन जारी है और अब केंद्र सरकार को आगे आकर इसका समाधान निकालना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने अन्नदाता का पूरा आदर करने की सलाह देते हुए नीति आयोग की वर्चुअल मीटिंग के लिए अपनी बात रखते हुए कहा कि यह पूरा मसला राज्य का है. इसलिए किसानों से संबंधित किसी भी कानून को बनाने की जिम्मेदारी भी प्रदेश सरकार पर ही छोड़ दी जाए.
उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार ऐसे विषयों को लेकर कानून बनाने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होनी चाहिए. इस प्रसंग में उन्होंने पंजाब विधानसभा में अक्टूबर 2020 में हुए संशोधन का भी हवाला दिया.
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह, बीमार होने की वजह से नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. उन्होंने अपने भाषण में कहा है कि कोई भी कानून या किसी भी तरह के सुधार के लिए जो भी स्टेकहोल्डर्स हैं, उनकी सहमति लेनी जरूरी है. पंजाब, देश के लिए फूड सिक्योरिटी सुनिश्चित करता है. ऐसे में यहां के किसानों की बात सरकार को सुननी चाहिए.
पंजाब में किसान कई महीनों से तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. पिछले साल नवंबर में, राज्य के हजारों किसानों ने दिल्ली तक मार्च किया था. पंजाब के अलावा अन्य राज्यों के किसान- खासकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसान- भी इस आंदोलन से जुड़े हुए हैं और सभी दिल्ली की तीन सीमाओं- सिंघू, टिकरी और गाजियाबाद बॉर्डर पर ढाई महीनों से डेरा डाले हुए हैं.