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पंजाब के चमकौर साहिब में चरणजीत सिंह चन्नी को चरणजीत ने हराया, कौन हैं वो?

चरणजीत सिंह चन्नी को चमकौर साहिब सीट पर पटखनी देने वाले डॉक्टर चरणजीत सिंह पेशे से आंखों के सर्जन हैं. उनको 2017 में चन्नी से मात मिली थी.

आम आदमी पार्टी के डॉक्टर चरणजीत सिंह (फाइल फोटो) आम आदमी पार्टी के डॉक्टर चरणजीत सिंह (फाइल फोटो)
बिकेश तिवारी/मनजीत सहगल
  • नई दिल्ली/चंडीगढ़,
  • 11 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 12:30 PM IST
  • पेशे से आंख के सर्जन हैं AAP के डॉक्टर चरणजीत सिंह
  • चंडीगढ़ पीजीआई में रहे कार्यरत, कांग्रेस से भी जुड़े रहे

पंजाब में आम आदमी पार्टी (एएपी) की लहर में बड़े-बड़े दिग्गज हार गए हैं. 117 में से 92 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी (AAP) पहली दफे दिल्ली के बाहर किसी राज्य में सरकार बनाने जा रही है. सूबे में AAP की आंधी ऐसी चली कि बड़े-बड़े दिग्गज चुनावी रणभूमि में चित्त हो गए. निवर्तमान मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रचार अभियान का चेहरा रहे चरणजीत सिंह चन्नी भी भदौड़ और चमकौर साहिब, दोनों सीटों से चारों खाने चित्त हो गए.

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चरणजीत सिंह चन्नी को चमकौर साहिब सीट पर करीब आठ हजार वोट से हार का सामना करना पड़ा. खास बात ये रही कि चमकौर साहिब सीट से तीन बार के विधायक चरणजीत सिंह चन्नी को चरणजीत सिंह ने ही शिकस्त दी. चरणजीत सिंह चन्नी को आम आदमी पार्टी (एएपी) के डॉक्टर चरणजीत सिंह ने हराया. सीएम चन्नी को हराने के बाद डॉक्टर चरणजीत सिंह सुर्खियों में आ गए हैं.

आंख के डॉक्टर हैं चरणजीत सिंह

सीएम चन्नी को उनके मजबूत गढ़ चमकौर साहिब में पटखनी देने वाले डॉक्टर चरणजीत सिंह पेशे से आंखों के डॉक्टर हैं. चंडीगढ़ पीजीआई में नेत्र सर्जन के पद पर कार्य कर चुके 60 साल के डॉक्टर चरणजीत सिंह मोरिंडा में अपना क्लिनिक चलाते हैं. डॉक्टर चरणजीत मुफ्त नेत्र जांच शिविर आयोजित करते रहे हैं जिसकी वजह से वे गरीब तबके में काफी लोकप्रिय हैं और उसी लोकप्रियता का फायदा उनको चुनाव में भी मिला है.

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कांग्रेस से जुड़े रहे डॉक्टर चरणजीत

कांग्रेस की सरकार का नेतृत्व करने वाले चरणजीत सिंह चन्नी को चुनावी बाजी में मात देने वाले डॉक्टर चरणजीत सिंह भी आम आदमी पार्टी में आने से पहले कांग्रेस से ही जुड़े रहे. डॉक्टर चरणजीत सिंह कई साल तक कांग्रेस की एससी विंग से जुड़े रहे. हालांकि, बाद में डॉक्टर चरणजीत सिंह ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था.

2017 में भी लड़ा था चुनाव

डॉक्टर चरणजीत सिंह 2017 के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. हालांकि, डॉक्टर चरणजीत सिंह को तब चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ मात मिली थी. कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी ने 2017 की चुनावी जंग में आम आदमी पार्टी के डॉक्टर चरणजीत सिंह को 12308 वोट के अंतर से हरा दिया था.

उठाया था गुंडा टैक्स का मसला

डॉक्टर चरणजीत सिंह ने रूपनगर जिले में अवैध खनन के साथ ही कथित रूप से कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं की ओर से गुंडा टैक्स लगाए जाने का मसला उठाया था. पेशे से आंखों के डॉक्टर चरणजीत सिंह इन मसलों पर काफी मुखर रहे और चरणजीत सिंह चन्नी की उनके सबसे मजबूत किले में हार के पीछे इसे भी बड़ी वजह माना जा रहा है. 

दोनों सीटों से हारे सीएम चन्नी

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कांग्रेस के प्रचार अभियान की धुरी रहे चरणजीत सिंह चन्नी को चमकौर साहिब के अलावा भदौड़ सीट पर भी हार मिली है. भदौड़ सीट से चन्नी को आम आदमी पार्टी के ही लाभ सिंह उगोके ने हरा दिया. 35 साल के उगोके सियासत में आने से पहले मोबाइल रिपेयरिंग की एक दुकान पर काम करते थे. खुद सीएम चन्नी की दोनों सीटों पर हार से ये साफ हो गया कि पंजाब में कांग्रेस का दलित कार्ड फेल हो गया.

आम आदमी पार्टी को प्रचंड जनादेश

पंजाब की कुल 117 में से 92 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. सत्ताधारी कांग्रेस महज 18 सीटों पर सिमट गई. शिरोमणि अकाली दल अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ महज चार सीटें ही जीत सकी तो वहीं बीजेपी को भी महज 2 सीटें ही मिलीं. अन्य के खाते में भी एक सीट आई. AAP की आंधी ऐसी चली कि सीएम चन्नी के साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल जैसे दिग्गज भी अपनी सीट बचाने में असफल रहे.

 

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