
पंजाब सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आधारित फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' की रिलीज को पंजाब में रोकने की तैयारी कर रही है. दरअसल पंजाब सरकार के कई कैबिनेट मंत्री नहीं चाहते कि ये फिल्म पंजाब में रिलीज हो.
इन मंत्रियों का कहना है कि इस फिल्म में कांग्रेस पार्टी और उनके नेता पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की छवि को गलत तरीके से दिखाया गया है और ये सब कांग्रेस को राजनीतिक नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया है.
पंजाब सरकार के मंत्री साधु सिंह धरमसोत ने कहा कि सीधे तौर पर इस फिल्म से देश के पहले सिख प्रधानमंत्री और सीनियर कांग्रेस लीडर मनमोहन सिंह को कमजोर प्रधानमंत्री बताए जाने की कोशिश की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी देखना चाहिए कि एक ऐसा अर्थशास्त्री जिसका लोहा पूरा विश्व मानता हो और जिसने 10 साल तक देश पर राज करके बढ़िया तरीके से सरकार चलाई हो, उसका मजाक बनाते हुए इस तरह की फिल्म को रिलीज नहीं होने देना चाहिए. केंद्र सरकार को इस फिल्म पर रोक लगानी चाहिए और सिखों की भावनाएं भी इस फिल्म की वजह से आहत हो सकती हैं. वो कोशिश करेंगे कि पंजाब सरकार इस फिल्म को पंजाब में रिलीज न होने दे.
वहीं, अकाली दल के प्रवक्ता चरणजीत सिंह बराड़ ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस की राज्य सरकार फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' को रिलीज नहीं होने देना चाहती क्योंकि इस फिल्म में सीधे तौर पर दिखाया गया है कि किस तरह से गांधी परिवार के दबाव में मनमोहन सिंह ने मजबूरी में कई फैसले लिए. गांधी परिवार ने उन्हें देश का प्रधानमंत्री तो बना दिया लेकिन हमेशा से ही उन्हें दबाव में रखा गया. उस दौरान की हकीकत जनता के सामने न आए इसी वजह से इस फिल्म पर रोक लगाने की पंजाब सरकार तैयारी कर रही है.