
पंजाब के सिंचाई मंत्री सुखविंदर सुख सरकारिया ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को रोके जाने के ऐलान का स्वागत किया है. सुख सरकारिया ने कहा कि पंजाब में ग्राउंड वाटर का लेवल नीचे होता जा रहा है, पंजाब को पानी की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जा रहे पानी को रोकने के लिए पंजाब सरकार ने अपने स्तर पर शाहपुर कंडी प्रोजेक्ट पर काम भी शरू कर दिया है.
इसके अलावा एक और प्रोजेक्ट पंजाब में मकोड़ा पत्तन नाम की जगह पर तैयार किया जा रहा है, जहां पाकिस्तान की ओर जा रहे पानी को रोकने के लिए इंतजाम और पानी को स्टोर किया जाएगा. इसके लिए करीब ढाई हजार करोड़ रुपये का खर्च आना है. इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए और केंद्र से मदद लेने के लिए वो जल्द ही 27 फरवरी को नितिन गडकरी से मिलेंगे.
सुखविंदर सुख सरकारिया ने कहा कि कई बार पाकिस्तान ज्यादा बारिश होने की स्थिति में आगे जा रहे पानी को रोक देता है जिससे वो पानी वापिस भारत की सीमा में आकर पंजाब के कई इलाकों में भारी नुकसान पहुंचाता है. अगर शाहपुर कंडी और मकोड़ा पत्तन प्रोजेक्ट बन जाते हैं तो ऐसे में इस समस्या से भी पंजाब को निजात मिल जाएगी.
सुख सरकारिया ने कहा कि एक तरफ तो पाकिस्तान आतंकियों को शह देता है और भारत के खिलाफ काम करता है. वहीं दूसरी तरफ भारत के पानी का इस्तेमाल करता है. ऐसे में अगर केंद्र सरकार के प्रयासों से पाकिस्तान की तरफ जा रहा पानी रोका जाता है तो ये पाकिस्तान के लिए एक बड़ा नुकसान होगा. हम इसमें केंद्र सरकार का सहयोग करेंगे.
सुख सरकारिया ने कहा, हालांकि यह काम एक दिन में नहीं होगा. इस काम में तीन से चार साल का वक्त लगेगा लेकिन अगर शुरुआत होगी तो पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार तो काफी लंबे वक्त से केंद्र सरकार से मांग कर रही है कि पाकिस्तान को पानी ना भेजकर यह पानी पंजाब के काम आना चाहिए.
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा बढ़ गया है. भारत सरकार पाकिस्तान के साथ सख्ती बरतते हुए कई कदम उठाने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान की ओर जाने वाला भारत के हिस्से का पानी रोक दिया जाएगा.