
हरियाणा में कुछ दिन पहले हुई महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों से एक फसल की कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने को कहा था. टिकैत की इस अपील पर पंजाब-हरियाणा के कुछ किसान अमल भी करने लगे हैं. कई किसानों ने अपनी तैयार खड़ी फसलों पर ट्रैक्टर चलाकर उन्हें नष्ट कर दिया. हरियाणा और पंजाब के कई जगहों से ऐसे मामले सामने आए हैं जहां दिन चढ़ते ही किसान अपना ट्रैक्टर लेकर खेत में जा पहुंचे और अपनी गेहूं की फसल को नष्ट करने लग गए जिसके बाद किसान नेताओं ने उन्हें ऐसा करने से रोका.
हरियाणा के अंबाला में एक किसान ने अपने खेत में खड़ी गेहूं की फसल को ट्रैक्टर से नष्ट कर दिया. इस बारे में सूचना मिलने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता गुलाब सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसान को समझाया कि वो अपनी फसल को बर्बाद ना करें बल्कि किसी गरीब या ज़रूरतमंद को दान कर दें.
मीडिया से बातचीत करते हुए किसान नेता गुलाब सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि किसान अपने खेत में खड़ी फसल को ट्रैक्टर से नष्ट कर रहे हैं जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंच कर किसान को समझाया और उसे फसल बर्बाद करने से रोका. किसान नेता ने सभी किसानों से अपील की कि अभी फसल को नष्ट करने का समय नहीं आया है.
किसान नेता ने कहा कि जिस फसल को हम बच्चों की तरह पालते है उसे नष्ट नहीं करना, क्योंकि हमारे देश में पहले ही भुखमरी है. किसान अपनी फसल को नष्ट करने की बजाए किसी ज़रूरतमंद को दें या फिर अपनी फसल को किसान आंदोलन में दान कर दें. हालांकि जब इस तरह की कुछ तस्वीरे सामने आईं तो खुद राकेश टिकैत ने किसानों ने फसलों को न नष्ट करने की अपील की.
मुक्तसर के किसान गुरप्रीत सिंह ने 6 एकड़ गेहूं की फसल में से 3 एकड़ पर ट्रैक्टर चला दिया. उन्होंने कहा कि जब तक कृषि के तीन कानून रद्द नहीं होते तब तक किसान और भी बड़ा संघर्ष करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि मैं विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ हूं और आगे भी जो किसान यूनियन फैसला लेगी उस पर कायम रहूंगा. रोहतक के किसान मंदीप सिंह ने भी अपनी फसल को नष्ट किया है.