
पंजाब में बुधवार यानी आज निकाय चुनाव के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं. कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब की अगुवाई में जो किसानों का आंदोलन चल रहा है, उसी की छाया में ये चुनाव हुए हैं. अभी तक जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें कांग्रेस को भारी बढ़त मिलती दिख रही है और राज्य के कई नगर निगमों, पंचायतों में कांग्रेस ने जीत भी हासिल कर ली है.
गुरदासपुर में कुल 29 वार्ड में कांग्रेस ने सभी में जीत हासिल की है और विरोधियों का सूपड़ा साफ कर दिया है. आपको बता दें कि गुरदासपुर लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी के सनी देओल सांसद हैं. किसानों के आंदोलन के दौरान पंजाब में उनका भारी विरोध हुआ है.
गुरदासपुर के अलावा पठानकोट, भठिंडा, कपूरथला में भी कांग्रेस पार्टी अधिकतर वार्ड्स में जीतती दिख रही है. पठानकोट में 50 में से 13, भठिंडा में 25 और कपूरथला में कांग्रेस ने एकतरफा तरीके से चुनाव जीत लिया है. खास बात ये रही है कि कई नगर निगमों में भाजपा या अकाली दल से बेहतर प्रदर्शन निर्दलीय उम्मीदवारों ने किया है.
साल 2017 में हुए निकाय चुनावों की बात करें, तो इस बार भी कांग्रेस ने अपने रिकॉर्ड को बरकरार रखा है और पूरी तरह से कब्जा जमाया है. 2017 में कांग्रेस ने पटियाला, अमृतसर और जालंधर नगर निगम पर कब्जा जमाया था.
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ शुरु हुए किसान आंदोलन की नींव पंजाब में ही डली थी. यही कारण था कि इस बार निकाय चुनावों पर हर किसी की नजर रही. पंजाब के इन निकाय चुनावों को किसान आंदोलन का लिटमेस टेस्ट बताया जाने लगा, जिसमें कांग्रेस पार्टी बाजी मारती दिख रही है.