Advertisement

पंजाब पुलिस को बड़ी कामयाबी, आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, बब्बर खालसा से जुड़े 4 लोग अरेस्ट

पंजाब पुलिस ने एक आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए बब्बर खालसा इंटरनेशनल संगठन के 4 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. ये सभी पंजाब में सक्रिय थे और इन्हें टारगेट किलिंग का टास्क दिया गया था.

पंजाब पुलिस ने किया आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ पंजाब पुलिस ने किया आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़
aajtak.in
  • चंडीगढ़,
  • 28 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 11:28 AM IST

पंजाब पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. एसएस नगर पुलिस ने एक आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और संगठन बाबर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, पंजाब में बीकेआई मॉड्यूल को लक्षित हत्याओं का काम सौंपा गया था. बीकेआई पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करता था.

Advertisement

डीजीपी का पोस्ट

पंजाब के डीजीपी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'एसएसनगर पुलिस के मुताबिक,मॉड्यूल को पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी हरविंदर रिंदा का समर्थन प्राप्त था जो आईएसआई की मदद से लॉजिटिकल सपोर्ट प्रदान कर रहा था. पुलिस को इस दौरान 6 पिस्तौल और 275 जिंदा कारतूस मिले हैं. पंजाब पुलिस ने एक्स पर लिखे पोस्ट में कहा, 'पंजाब पुलिस मुख्यमंत्री भगवंत मान के दृष्टिकोण के अनुसार राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.'

खालिस्तानी समर्थक संगठन है बीकेआई

आपको बता दें कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) को ही बब्बर खालसा के नाम से जाना जाता है, जो खालिस्तान समर्थक एक आतंकवादी संगठन है. भारत और ब्रिटिश सरकार ने अलग सिख स्टेट की मांग करने वाले इस आतंकी संगठन को प्रतिबंधित कर रखा है. इस आतंकी संगठन ने पंजाब में विद्रोह और आतंक फैलाने में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी.

Advertisement

1980 के दशक में ये आतंकी संगठन पंजाब में काफी सक्रिय था. जिसके चलते कई लोगों की जान गई. लेकिन 1990 के दशक में इस संगठन से जुड़े कई आतंकी पुलिस के साथ मुठभेड़ों में मारे गए. तभी से इस संगठन का प्रभाव घटने लगा था. बब्बर खालसा इंटरनेशनल को कनाडा, जर्मनी, भारत और यूनाइटेड किंगडम सहित कई देशों में एक आतंकवादी संगठन के जाना जाता है.

90 के दशक में खालिस्तान आंदोलन में सरकार की घुसपैठ और दूसरे आतंकवादी संगठनों ने बब्बर खालसा को कमजोर कर दिया था. इसी दौरान सुखदेव सिंह बब्बर(9 अगस्त 1992) और तलविंदर सिंह परमार (15 अक्टूबर 1992) की मौत ने बब्बर खालसा को खात्मे की तरफ मोड़ दिया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement