
पंजाब में गैंगस्टर और आतंकवाद के गठजोड़ के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है. इस क्रम में रविवार को पंजाब पुलिस की 364 टीमों में शामिल 2 हजार पुलिसकर्मियों ने आतंकवादी बने लखबीर सिंह उर्फ लांडा और हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा से जुड़े व्यक्तियों के संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की है.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर सुबह 6 बजे से 11 बजे तक एक साथ छापेमारी की गई, जिसमें सभी 28 जिलों में दोनों अपराधियों के सहयोगियों से जुड़े सभी आवासीय और अन्य परिसरों की गहन तलाशी ली गई.
विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि सभी सीपी/एसएसपी को इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए मजबूत पुलिस दलों को तैनात करने का निर्देश दिया गया था. इसका उद्देश्य भारत और विदेश में स्थित आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच सांठगांठ को बाधित करना था. पुलिस टीमों को ऑपरेशन के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ने के लिए कहा गया था.
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया, "लखबीर लांडा और हरविंदर रिंदा द्वारा समर्थित हाल ही में भंडाफोड़ किए गए मॉड्यूल के दौरान गिरफ्तार किए गए कई लोगों से पूछताछ के बाद आज की तलाशी की योजना बनाई गई थी. आगे के सत्यापन के लिए ऑपरेशन के दौरान कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया है और उनके कब्जे से आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है. तलाशी अभियान के दौरान एकत्र की गई सामग्री और डेटा की आगे जांच की जा रही है."
तरनतारन पुलिस ने रिंदा के दो साथियों को किया गिरफ्तार
इस बीच, तरनतारन पुलिस को इस ऑपरेशन के दौरान एक बड़ी सफलता हासिल हुई है. डीएसपी भिखीविंड के नेतृत्व में पुलिस पार्टी ने हरविंदर रिंदा के दो साथियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान अर्शदीप सिंह और उसके भाई वत्तनदीप सिंह निवासी गांव कुल्ला के रूप में हुई है. पुलिस टीमों ने उनके कब्जे से .30 बोर स्टार पिस्टल और .45 बोर सहित दो पिस्तौल और कई बोर के 285 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. इसके अलावा उनके कब्जे से 100 ग्राम अफीम और 250 किलोग्राम लाहन (शराब बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल) भी बरामद किया है.
एसएसपी तरनतारन गुरुमीत सिंह चौहान ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और दोनों भाइयों से पूछताछ की जा रही है.