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पंजाब में बिजली संकट गहराता जा रहा है. तलवंडी साबो पावर ग्रिड फ़ेल होने और पेडी सीज़न में बिजली की ज़्यादा खपत होने के कारण समस्या बढ़ गई है. इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने सरकारी और निजी दफ्तरों में तीन दिन के लिए एसी और बिजली संयंत्र बंद रखने की अपील की है. अभी पंजाब में 14,500 मेगावाट बिजली की डिमांड है.
पंजाब सरकार ने बिजली संकट को दूर करने के लिए पंजाब में कई उद्योगों में दो दिन का साप्ताहिक आफ डे लागू कर दिया है. वीकली आफ डे के दौरान फिक्स्ड चार्जेज वसूल नहीं किए जाएंगेय पावरकाम के सेंट्रल जोन में एक जुलाई यानी आज दोपहर बाद चार बजे से लेकर तीन जुलाई दोपहर बाद चार बजे तक वीकली आफ डे रहेगा.
बिजली संकट पर पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड ने गुरुवार को कहा कि पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है, राज्य में धान की रोपाई का काम चल रहा है, ऐसे में बिजली की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है, सूबे में बिजली की मांग 14500 मेगावाट के भी पार पहुंच गई है, इसके अलावा बठिंडा स्थित तलवंडी साबो प्लांट का एक यूनिट बंद हो गई है.
पावर कॉम के डायरेक्टर डिस्ट्रीब्यूशन इंजीनियर डीपीएस ग्रेवाल ने कहा कि मानसून में हो रही देरी, धान की रोपाई और तलवंडी साबो थर्मल प्लांट का एक यूनिट बंद होने के कारण बिजली संकट बना है, अभी बिजली का इस्तेमाल संयमपूर्ण तरीके से किया जाए, दफ्तरों में बगैर जरूरत की पावर उपकरणों को तीन दिन तक बंद रखें.
पंजाब में बिजली संकट इस कदर गहरा गया है कि कई इलाकों में 10 से लेकर 15 घंटे तक की कटौती की जा रही है. पटियाला, पठानकोट, अमृतसर, लुधियाना, जालंधर और फिरोजपुर में कई घंटों की अघोषित बिजली कटौती की जा रही है. बताया जा रहा है कि पिछले चार सालों में इतनी बड़ी कटौती पहली बार की गई है.