
पंजाब में महंगी बिजली के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है. आम आदमी पार्टी ने राज्य में महंगी बिजली के लिए शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन की पूर्ववर्ती प्रकाश सिंह बादल सरकार को जिम्मेदार बताया है. आप नेता और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने रविवार को बादल सरकार पर सरकारी थर्मल पावर प्लांट बंद करके निजी थर्मल प्लांट्स के जरिये महंगी बिजली खरीदने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि इससे राज्य के खजाने को चूना लगा. चीमा ने अकाली दल और सुखबीर बादल से सरकारी विद्युत उत्पादन इकाइयों को बंद कर निजी इकाइयों से ऊंची कीमत पर बिजली खरीद के समझौते को लेकर जवाब देने की मांग की. नेता विपक्ष ने कहा कि बादल को यह बताना पड़ेगा कि बिजली न खरीदे जाने की स्थिति में भी निजी थर्मल प्लांट्स को निर्धारित भुगतान करते रहने का करार क्यों किया गया?
चीमा ने सवाल उठाए कि सरकार ने तलवंडी साबो, राजपुरा और श्री गोइंदवाल साहिब निजी विद्युत उत्पादक संयंत्रों को निर्धारित शुल्क के नाम पर 2800 करोड़ रुपये वार्षिक क्यों दिए?
बादल परिवार पर लगाया संलिप्तता का आरोप
आप नेता चीमा ने निजी विद्युत कंपनियों से करार में बादल परिवार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमे बादल परिवार संलिप्त है. चीमा कांग्रेस की वर्तमान सरकार पर भी जमकर बरसे और आरोप लगाया कि यह सरकार भी कमीशनखोरी में संलिप्त है. वादे के मुताबिक़ कैप्टन सरकार, बादल सरकार के समय किये गए विवादास्पद फैसलों को पलटने से डर रही है.
आप नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब बिजली की कीमतों में इजाफे के खिलाफ धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है. आम आदमी पार्टी भी इसी मुद्दे पर प्रदर्शन करने जा रही है. दोनों विपक्षी पार्टियों द्वारा बिजली को लेकर प्रदर्शन करने की घोषणा से राजनीति गरमा गई है.