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पंजाबः स्कूली पाठ्यक्रम में सिख इतिहास को लेकर कांग्रेस और अकाली दल आमने-सामने

अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर सिख धर्म गुरुओं के इतिहास को पूरी तरह से खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि शुक्रवार को अकाली दल का एक डेलीगेशन इस मुद्दे को लेकर पंजाब के राज्यपाल से शिकायत भी करेगा.

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह
नंदलाल शर्मा/सतेंदर चौहान
  • चंडीगढ़ ,
  • 04 मई 2018,
  • अपडेटेड 5:05 AM IST

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के 12वीं के सिलेबस में इतिहास की किताब में किए गए बदलाव को लेकर पंजाब में सियासत लगातार गरमाती जा रही है. गुरुवार को इस मुद्दे को लेकर सत्तासीन कांग्रेस और विपक्षी अकाली दल खुलकर आमने-सामने आ गए.

अकाली दल ने अपने प्रधान सुखबीर बादल की अगुवाई में कोर कमेटी की बैठक बुलाकर ये ऐलान कर दिया कि अगर सिलेबस में किए गए बदलाव को वापस नहीं लिया जाएगा और सिख धर्म गुरुओं से जुड़े चैप्टरों को फिर से 12वीं की इतिहास की किताब में नहीं जोड़ा जाएगा तो ऐसे में 11 मई को अकाली दल पूरे पंजाब के अपने जिला स्तर पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर आगे की रणनीति तय करेगा.

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अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर सिख धर्म गुरुओं के इतिहास को पूरी तरह से खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि शुक्रवार को अकाली दल का एक डेलीगेशन इस मुद्दे को लेकर पंजाब के राज्यपाल से शिकायत भी करेगा.

अकाली दल के राजनीतिक हमलों का जवाब देने के लिए पंजाब की कांग्रेस सरकार ने भी अपने तीन मंत्रियों को मैदान में उतारा. पंजाब सरकार की ओर से वित्त मंत्री मनप्रीत बादल, शिक्षा मंत्री ओपी सोनी और जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की उस टीम को मीडिया से मिलवाया जिसने ये नई इतिहास की किताब तैयार की है और अकाली दल पर इस मामले में धर्म के नाम पर लोगों की भावनाएं भड़काने और आम जनता को बरगलाने का आरोप लगाया.

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पंजाब सरकार के मंत्रियों ने कहा कि सिख धर्म गुरुओं से जुड़े चैप्टर 12वीं की इतिहास की किताब से हटाए नहीं गए हैं, बल्कि अब इन चैप्टरों को 11वीं से ही सिलेबस में शामिल कर लिया गया है, ताकि बच्चे पंजाब के सिख धर्मगुरुओं के बारे में 11वीं से ही पढ़ाई कर सकें.

हालांकि पंजाब सरकार के मंत्रियों ने मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर ये माना कि किताब में पंजाबी में व्याकरण की काफी गलतियां हैं और इन गलतियों को जल्द ही सुधार लिया जाएगा.

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