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पंजाब: AIG आशीष कपूर गिरफ्तार, करप्शन मामले में विजिलेंस टीम का एक्शन

अमृतसर सेंट्रल जेल में एआईजी रहते समय साल 2016 में आशीष कपूर ने कुरुक्षेत्र के रहने वाले पूनम राजन को मदद पहुंचाई थी, जब वह न्यायिक हिरासत में जेल में बंद था. पूनम राजन अपनी मां प्रेम लता, भाई कुलदीप सिंह और भाभी प्रीति के साथ जीरकपुर थाने में दर्ज एक एफआईआर में पुलिस रिमांड पर थी तो आशीष कपूर उनकी जमानत की व्यवस्था की.

सांकेतिक फोटो सांकेतिक फोटो
सतेंदर चौहान
  • चंडीगढ़,
  • 06 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 3:08 PM IST

पंजाब की स्टेट विजिलेंस टीम ने एआईजी आशीष कुमार को साल 2016 के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया है. उनके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट का मामला चल रहा है. एआईजी पर आरोप है कि अमृतसर सेंट्रल जेल के अधीक्षक रहते हुए उन्होंने पूनम राजन की मदद की. 

पठानकोट में तैनात एआईजी (अब कमांडेंट) आशीष कपूर, इंस्पेक्टर (अब डीएसपी) पवन कुमार और एएसआई हरजिंदर सिंह के खिलाफ साल 2016 के मामले में कार्रवाई की गई है. स्टेट विजिलेंस टीम ने इस मामले में एआईजी को गिरफ्तार कर लिया है. 

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पता चला है कि अमृतसर सेंट्रल जेल में एआईजी रहते समय साल 2016 में आशीष कपूर ने कुरुक्षेत्र के रहने वाले पूनम राजन को मदद पहुंचाई थी, जब वह न्यायिक हिरासत में जेल में बंद था. पूनम राजन अपनी मां प्रेम लता, भाई कुलदीप सिंह और भाभी प्रीति के साथ जीरकपुर थाने में दर्ज एक एफआईआर में पुलिस रिमांड पर थी तो आशीष कपूर उनकी जमानत की व्यवस्था की. कपूर ने पुलिस थाने के इंस्पेक्टर और एएसआई से मिलकर इस मामले में निर्दोष करार दे दिया. उन्हें 10 करोड़ रुपये मिले, जिसे अलग-अलग बैंक खातों में भुनाया गया. 

ऐसा करके आशीष कपूर, पवन कुमार और हरजिंदर सिंह ने पीसी (संशोधन) अधिनियम, 2018 और 420, 120-बी आईपीसी द्वारा संशोधित धारा 7, 7-ए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत अपराध कियाय. मामले में एआईजी आशीष कपूर को गिरफ्तार किया गया है. आगे की जांच की जा रही है. 
 

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