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Sangrur Hooch Tragedy: मुख्यमंत्री के होम डिस्ट्रिक्ट में बुधवार को जहरीली शराब पीने से आठ लोगों की जान चली गई. 12 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जो घर में ही नकली शराब बनाने का अवैध कारोबार कर रहे थे. पुलिस ने उनके पास से नकली शराब बनाने के लिए खाली बोतलें, उनके ढक्कन और 200 लीटर एथेनॉल और साथ ही बोतल पर लगने वाले लेबल को तैयार करने वाला प्रिंटर केमिकल बरामद किया है.
पूछताछ में आरोपी हरमन ने बताया कि उसे शराब बनाने का आइडिया यूट्यूब से आया था. वह कच्चा माल दिल्ली से लेकर आता था. 50 रुपये में एक बोतल तैयार होती थी और 70-80 रुपए में आगे बेच देता था. आरोपी हरमन घर में ही नकली शराब तैयार करता था. इसी शराब को पीने से 8 लोगों की जान चली गई.
यूट्यूब देखकर बना रहा था नकली शराब
यूट्यूब से देखकर तैयार की गई नकली शराब संगरूर के गुजरा और दंडोली कला गांव के लोगों की जान पर भारी पड़ गई. इनलोगों ने सस्ती होने के लालच में शराब खरीदी और अपनी जान गंवा बैठे. मामले को लेकर संगरूर के एसएसपी सरताज सिंह चाहल ने बताया कि संगरूर में नकली शराब का सेवन करने से आठ लोगों की मौत हुई है. इसके बाद उन्होंने धारा 302 और एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
शराब बनाने का सामान और कच्चा माल बरामद
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारी मात्रा में शराब बनाने का सामान, एथेनॉल, प्लास्टिक की खाली बोतलों पर लगने वाले लेबल, प्रिंटर. बोतलों के ढक्कन और केमिकल बरामद किए हैं. उन्होंने बताया कि जब ये मामला सामने आया था तो हमने मामला दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया. हमें लगा कि मनप्रीत सिंह मणि ही में सरगना है. लेकिन उसके बाद पता चला कि इन लोगों ने गुरलाल नाम के एक शख्स से शराब खरीदी थी.
अभी नकली शराब बनाने का काम शुरू ही किया था
एसएसपी ने बताया कि जब हम गुरलाल तक पहुंचे तो उसके बाद हमें पटना के रहने वाले हरमन तक कड़ी जुड़ती दिखी. हरमन अपने घर में यह नकली शराब बनाने का अवैध कारोबार कर रहा था. उसी के घर से सारा सामान बपरामद हुआ है. हरमन के घर में शराब तैयार होता था और उसके बाद गुरलाल आगे सप्लाई करता था. आरोपी ने बताया कि भी इन्होंने इस काम की शुरुआत ही की थी. सिर्फ 12 बॉक्स ( तकरीबन 156 बोतल) ही शराब बनाकर मार्केट में सप्लाई की थी
आठ लोगों की अब तक हो चुकी है मौत
वहीं संगरूर के डिप्टी कमिश्नर जितेंद्र जोरवाल ने बताया कि अभी तक टोटल 8 लोगों की मौत हो चुकी है और 12 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. जिनमें से आठ लोग पटियाला के राजेंद्र हॉस्पिटल में है और चार लोग संगरूर के सरकारी अस्पताल में हैं और उन्होंने कहा कि उन्होंने अलग-अलग विभागों की टीम में बनाकर गांव में भेजी है. आसपास के सभी गांव में वह जा रहे हैं लोगों से पूछ रहे हैं.