
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala murder case) की इसी साल मई महीने में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्याकांड में अब तक दोषियों को सजा नहीं मिलने से लोगों में गुस्सा है. इसलिए सिद्धू के गांव सहित दूसरे गांव के लोगों ने इस दिवाली को 'काली दिवाली' के रूप में मनाने के फैसला किया है. लोगों का कहना है कि सिद्धू मूसेवाला को अब तक सरकार न्याय नहीं दिला पाई है. ऐसे में दिवाली का जश्न नहीं मनाया जाएगा.
शुभदीप सिंह मूसेवाला उर्फ सिद्धू मूसेवाला का गांव जवाहरके पंजाब के मानसा जिले में है. मानसा जिले के जवाहरके में किसी घर में दिवाली का जश्न नहीं मनाया जाएगा. गांव के पूर्व सरपंच रोहित ने कहा कि हमने दिवाली को काली दिवाली के रूप में मनाने का फैसला किया है. मानसा के जवाहरके गांव के अलावा बुर्ज ढिलवां, जोगा, रामदित्तेवाला, खोखर, सदा सिंह वाला, गेहले, गगोवाल सहित करीब दर्जनभर गांव में दिवाली का त्यौहार नहीं मनाया जाएगा.
विदेश में रहने वाले भी नहीं मनाएंगे दिवाली
विदेशों में भी मूसेवाला की काफी फैन फॉलोइंग थी. 'काली दिवाली' को उनका भी समर्थन मिला है. पंजाब के कई गांवों के अलावा विदेश में रहने वाले फैंस भी काली दिवाली मनाएंगे. मूसेवाला को जल्द से जल्द न्याय मिले उनकी यह मांग है.
अंधाधुंध फायरिंग कर की गई थी मूसेवाला की हत्या
इसी साल 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. घर से कुछ ही दूरी पर गायक को फायरिंग करके मौत के घाट उतारा गया था. हमलावरों ने एके-47, एके-94 समेत दूसरे हथियार से थार सवार मूसेवाला पर ताबड़तोड़ करीब 30 राउंड फायर किए थे. सिंगर के साथ गाड़ी में बैठे अन्य दो लोग भी इस हमले में घायल हुए थे. रिहायशी इलाके में हुए इस शूट आउट में सिद्धू और उसके साथियों को मारी गई कई गोलियां दीवारों पर जाकर फंस गईं थीं. हत्याकांड की जिम्मेदारी गैंग लीडर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी.
(रिपोर्ट-अमरजीत सिंह)