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बहन से 50 रुपये लेकर सिंघु बॉर्डर पहुंचा था लखबीर, परिवार को शक- बेअदबी के लिए दिया गया लालच

लखबीर के रिश्तेदार सुखचैन सिंह ने बताया कि उसने पिछले सप्ताह ही अपना घर छोड़ा था. इसके लिए उसने 50 रुपये अपनी बहन राज कौर से लिए थे. हमें अंदाजा भी नहीं था कि वो सिंघु बॉर्डर पहुंच गया था. 

सिंघु बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मी (फोटो- पीटीआई) सिंघु बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मी (फोटो- पीटीआई)
अमित भारद्वाज
  • तरनतारन,
  • 16 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 3:22 PM IST
  • लखबीर को बेअदबी के लिए दिया गया लालच-परिवार
  • 'हाथ तो नहीं काटना चाहिए था, बांधकर रखते'
  • 'नशे का आदी था, किंतु बेअदबी नहीं कर सकता'

सिंघु बॉर्डर पर धर्म ग्रंथ की बेअदबी के आरोपों में मारे गए लखबीर सिंह के रिश्तेदारों ने कहा है इस मामले में साजिश रची गई है. लखबीर के रिश्तेदारों ने कहा है कि वह सिंघु बॉर्डर पर आखिर पहुंचा कैसे? आजतक के साथ बातचीत में उसके रिश्तेदारों ने कहा कि वह नशे का आदी तो जरूर था लेकिन वह किसी धर्मग्रंथ का अनादर किसी हालत में नहीं कर सकता है, सिखों के धर्म ग्रंथ की बेअदबी का तो सवाल ही नहीं उठता है. 

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आजतक से बातचीत में लखबीर सिंह के रिश्तेदार सुखचैन सिंह ने कहा कि वह नशे का आदी था, हमें लगता है कि उसे किसी ने हमारे पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने के लिए लालच दिया है.  

बहन से 50 रुपये लेकर सिंघु बॉर्डर पहुंचा था

लखबीर सिंह पंजाब के तरनतारन के गांव चीमा खुर्द का रहने वाला था. लखबीर को उसकी बुआ ने बचपन में ही गोद ले लिया था. वह एक बेहद गरीब परिवार से था. लखबीर के रिश्तेदार सुखचैन सिंह ने बताया कि उसने पिछले सप्ताह ही अपना घर छोड़ा था. इसके लिए उसने 50 रुपये अपनी बहन राज कौर से लिए थे. हमें अंदाजा भी नहीं था कि वो सिंघु बॉर्डर पहुंच गया था. 

लालच देकर उकसाया गया- परिवार

साजिश की ओर इशारा करते हुए सुखचैन सिंह ने कहा, "लखबीर कभी भी गुरु ग्रंथ साहिब के लिए या फिर निहंगों के लिए बुरा सोच भी नहीं सकता था, हमें लगता है कि कोई उसे ऐसा करने के लिए उकसा रहा था, कोई उसे पैसे देकर इस तरह करने के लिए लालच दे रहा था."

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'हाथ तो नहीं काटना चाहिए था'

सुखचैन सिंह ने कहा कि जिन्होंने उसे धर्मग्रंथ की बेअदबी के लिए उकसाया है उसे पकड़ा जाना चाहिए और उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मान लिया जाए कि लखबीर ने धर्मग्रंथ की 'बेअदबी' की भी थी तो भी उसका हाथ नहीं काटा जाना चाहिए था, उन्हें लखबीर को बांधकर रखना चाहिए था और तबतक इंतजार करना चाहिए था, जब तक कि वो सामान्य नहीं हो गया होता, इसके बाद उससे पूछताछ की जानी चाहिए थी. 

सुखचैन सिंह ने भावुक होते हुए कहा, "कल्पना करिए उस पीड़ा कि जिससे होकर लखबीर गुजरे होंगे जब उनका हाथ काट दिया गया होगा." लखबीर के परिवार का कहना है कि जिन निहंगों ने लखबीर को मारा है उन्हें कानुन के अनुसार कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए. 

बता दें कि लखबीर नशे का आदी था. उसे शराब, चरस और गांजा की लत की थी. लखबीर की पत्नी जसप्रीत कौर उसे 4-5 साल पहले छोड़कर चली गई थी और अपने माता पिता के पास अपने 3 बेटियों के साथ रह रही थी. 

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