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संयुक्त किसान मोर्चा की एकता वार्ता में शामिल नहीं होगा SKM नॉन पॉलिटिकल

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने मंगलवार को घोषणा की कि वह 12 फरवरी को एकता वार्ता के लिए एसकेएम द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग नहीं लेगा. उन्होंने कहा कि उसका नेतृत्व खनौरी विरोध स्थल पर 'किसान महापंचायत' के अपने कार्यक्रम में व्यस्त रहेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें 28 जनवरी को एकता वार्ता की बैठक के बारे में एसकेएम से सूचना मिली थी.

किसान आंदोलन. (फाइल फोटो) किसान आंदोलन. (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • चंडीगढ़,
  • 12 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 2:40 AM IST

संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन-पॉलिटिकल) ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह SKM द्वारा बुलाई गई एकता वार्ता बैठक में हिस्सा नहीं लेगा. उन्होंने कहा कि उनका नेतृत्व पंजाब के खनौरी धरना स्थल पर 'किसान महापंचायत' के अपने कार्यक्रम में व्यस्त रहेगा. संयुक्त किसान मोर्चा ने 12 फरवरी को एकता वार्ता के लिए बैठक बुलाई है.

एसकेएम (नॉन-पॉलिटिकल) का बयान किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के बयान से अगल है, जिसने सोमवार को एसकेएम की बैठक में अपने शामिल होने की पुष्टि की थी.

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एसकेएम (नॉन-पॉलिटिकल) और केएमएम फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी समेत कई मांगों के समर्थन में शंभू और खनौरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं. एसकेएम ने केंद्र के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने के लिए 12 फरवरी को चंडीगढ़ में दोनों मंचों पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया है.

'किसान महापंचायत में व्यस्त रहेगा SKM'

मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए एसकेएम (गैर-राजनीतिक) नेता अभिमन्यु कोहर ने 22 जनवरी को कहा, उन्होंने खनौरी और शंभू बॉर्डर पॉइंट पर चल रहे विरोध के एक साल पूरे होने के अवसर पर 11 फरवरी को राजस्थान के रतनपुरा, 12 फरवरी को खनौरी बॉर्डर और 13 फरवरी को शंभू बॉर्डर पर 'किसान महापंचायत' के अपने कार्यक्रमों की घोषणा की थी. 

उन्होंने कहा कि उन्हें 28 जनवरी को एकता वार्ता के लिए 12 फरवरी की बैठक के बारे में एसकेएम से सूचना मिली है. एक अन्य किसान नेता सुखजीत सिंह हरदोझांडे ने कहा कि एसकेएम को दोनों मंचों के साथ अगले दौर की बैठक तय करने के लिए उनसे सलाह करना चाहिए थी, क्योंकि उन्होंने पहले ही 11, 12 और 13 फरवरी के लिए अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम घोषित किए हुए है.

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हरदोझंडे ने कहा, 'हम 12 फरवरी को तय बैठक में शामिल नहीं हो सके, क्योंकि हमारा नेतृत्व (खनौरी में किसान महापंचायत के लिए) व्यस्त रहेगा.'

केएमएम नेता सरवन सिंह पंढेर ने सोमवार को कहा था कि वे 12 फरवरी को एसकेएम द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल होंगे. इससे पहले 13 और 18 जनवरी को एसकेएम, एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम के बीच दो दौर की बैठकें कुछ मतभेदों के कारण बेनतीजा रही थीं.

एसकेएम अपनी 12 सूत्री मांगों में कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति ढांचे के मसौदे का विरोध करने की मांग को शामिल करने के लिए एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम पर दबाव डाल रहा है. एसकेएम, जिसने अब रद्द तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020 के आंदोलन का नेतृत्व किया था, एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम के चल रहे आंदोलन का हिस्सा नहीं है.

केंद्र ने 18 जनवरी को एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम को 14 फरवरी को चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में उनकी मांगों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया है. 

एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम के बैनर तले किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पॉइंट्स पर डेरा डाले हुए हैं.

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